सिर्फ भाजपा के नहीं हैं राम : ममता

बांकुड़ा: पश्चिम बंगाल में भाजपा-आरएसएस के बड़े पैमाने पर बुधवार को रामनवमी मनाते देख मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर त्योहार को ‘हथियाने’ की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि धर्म और राजनीति का मिश्रण नहीं करें. उन्होंने कहा : भाजपा को रामनवमी को अपना त्योहार नहीं बताना चाहिए. भाजपा का इससे कोई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2017 9:42 AM
बांकुड़ा: पश्चिम बंगाल में भाजपा-आरएसएस के बड़े पैमाने पर बुधवार को रामनवमी मनाते देख मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर त्योहार को ‘हथियाने’ की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि धर्म और राजनीति का मिश्रण नहीं करें.
उन्होंने कहा : भाजपा को रामनवमी को अपना त्योहार नहीं बताना चाहिए. भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. इसे (राजनीति के लिए) धर्म का इस्तेमाल करना बंद करना चाहिए. उत्तरप्रदेश में चुनावों के दौरान उन्होंने ‘सबका साथ’ की बात की, लेकिन बंगाल में वे विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि हम सभी जातियों, धर्म और पंथ के लोगों के लिए काम करते हैं.

सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने राजनीतिक कार्यक्रमों में ‘ओम’ का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने यहां एक जनसभा में कहा कि किसने आपको (भाजपा) ओम का प्रतीक इस्तेमाल करने का अधिकार दिया? क्या यह आपकी पार्टी का चिह्न है? इसका उच्चारण धार्मिक नेता करते हैं. हम ऊं नम: शिवाय का जाप करते हैं.

उन्होंने कहा कि भाजपा राजनीति और धर्म का घालमेल कर रही है. वे देश को बांटने का षड्यंत्र कर रहे हैं. ऊं का जाप घर पर बैठ कर कीजिये. इसे अपनी पार्टी के कार्यक्रमों में इस्तेमाल मत कीजिए. उन्होंने कहा कि भाजपा अगर अपने कार्यक्रमों में ‘ ऊं’ का जाप करना चाहती है, तो उसे चुनाव आयोग के पास जाकर अपनी पार्टी का चिह्न बदलवा लेना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और माकपा के बीच मिलीभगत है.

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