सिंदूर खेला है बंगाल की पहचान : ममता

कोलकाता. रामनवमी व हनुमान जयंती के अवसर पर तलवार समेत विभिन्न हथियार लेकर रास्ते पर उतरने के आरएसएस व भाजपा समर्थकों की हरकत पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सख्त नाराजगी जतायी. बुधवार को मुर्शिदाबाद के डोमकल में एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग किसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2017 8:51 AM
कोलकाता. रामनवमी व हनुमान जयंती के अवसर पर तलवार समेत विभिन्न हथियार लेकर रास्ते पर उतरने के आरएसएस व भाजपा समर्थकों की हरकत पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सख्त नाराजगी जतायी. बुधवार को मुर्शिदाबाद के डोमकल में एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग किसी भी प्रकार के बहकावे में न आये आैर न ही कुप्रचार पर ध्यान दें. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ सोशल नेटवर्किंग साइट पर लोगों को उकसाने का काम चल रहा है. उन्होंने कहा : पैसे देकर यह काम करवाया जा रहा है, पर आप लोग इससे भयभीत न हों, आपकी सबसे बड़ी पहरेदार मैं हूं.
भाजपा पर निशाना साधते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा : हमारे यहां की लड़कियां तो सिंदूर खेलती हैं, पर अचानक कुछ लोग तलवार लेकर खेलने लगे हैं. हम लोग तलवार से नहीं खेलते हैं. खून नहीं करते हैं आैर न ही किसी को धमकी देते हैं. यह बंगाल की संस्कृति नहीं है. वह दंगा लगायेंगे, हम दंगा रोकेंगे. बंगाल के लोग दंगे को बढ़ावा नहीं देते हैं. इसके लिए वह इस धरती आैर यहां के लोगों का नमन करती हैं. यह रवींद्रनाथ टैगोर, मातंगनी हाजरा व नजरूल की धरती है. यहां कोई आपका कुछ नहीं कर सकता है. डरने की कोई जरूरत नहीं है. वह जितनी भी साजिश करें, उन्हें कामयाबी नहीं मिलेगी.
बीफ पर लगी पाबंदी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा : क्या आप खाने के लिए मछली नहीं मारते हो. क्या भोजन के लिए पौधे की जान नहीं लेते हो. फिर मांस खाने का विरोध क्यों हो रहा है. लोग यह फैसला करेंगे कि उन्हें क्या खाना आैर क्या पहनना है. किसी राजनीतिक दल को ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है. हम लोग संस्कृति की राजनीति में विश्वास करते हैं. बंगाल सर्वधर्म समन्वय पर यकीन रखता है. हम लोग सभी जाति, पंथ व धर्म के लोगों के लिए काम करते हैं.
मैं दुर्गा पूजा करती हूं. मैं ईद में भी हिस्सा लेती हूं. मैं गिरजाघर जाती हूं. आप मुझे ऐसा करने से रोकनेवाले कौन होते हैं. यह मां, माटी व मानुष की धरती है. हमें कोई बांट नहीं सकता है. हम लोग न कभी हारेंगे आैर न ही किसी के सामने सिर झुकायेंगे. मैं जनता के लिए व सभी की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हूं. मुझे धमकाने का कोई फायदा नहीं है. आप जितना मुझे धमकायेंगे या अपशब्द कहेंगे, मैं उतना ही आगे बढ़ूंगी. अभी हम बंगाल में हैं. अब हम बिहार, झारखंड, आेड़िशा आैर दिल्ली जायेंगे.

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