मालदा : सेप्टिक टैंक की जहरीली गैस से तीन की मौत

मालदा: छिपाकर कर रखे हुए पोस्ते के छिल्के को निकालते समय सेप्टिक टैंक की जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गयी. गुरुवार रात को यह घटना कालियाचक थाने की शाहबाजपुर ग्राम पंचायत के मोमिनपाड़ा गांव में घटी. पुलिस ने बताया कि मृतकों का नाम रवि मोमिन (30), कौसर मोमिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 15, 2017 8:33 AM
मालदा: छिपाकर कर रखे हुए पोस्ते के छिल्के को निकालते समय सेप्टिक टैंक की जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गयी. गुरुवार रात को यह घटना कालियाचक थाने की शाहबाजपुर ग्राम पंचायत के मोमिनपाड़ा गांव में घटी. पुलिस ने बताया कि मृतकों का नाम रवि मोमिन (30), कौसर मोमिन (30) और अनसारुल मोमिन (35) हैं. इसके अलावा दो लोग बीमार भी पड़ गये हैं. स्थानीय अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गयी. खबर पाकर रात में ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. ग्रामवासियों की सहायता से बचाव कार्य शुरू हुआ.
सड़कों के दोनों ओर मिले फेंके गये पोस्ता के छिलके : सूत्रों ने बताया कि सेप्टिक टैंक में छिपाकर रखे गये पोस्ते के छिल्के को निकालते समय तीन लोगों की मौत की खबर फैलते ही शुक्रवार की सुबह से दूसरे लोग भी इकट्ठा कर रखे गये पोस्ते के छिल्के फेंकने लगे. गोपालगंज से लेकर शाहबाजपुर के मोमिनपाड़ा तक सड़क के दोनों किनारे पोस्ते के छिल्के फेंके हुए थे. लोगों काे डर था कि इस घटना के बाद पुलिस व आबकारी विभाग अवैध रूप से रखे गये पोस्ते के छिल्के की बरामदगी के लिए इलाके में छापामारी अभियान चला सकते हैं.
पुलिस चलायेगी तलाशी अभियान
इस बीच, खबर पाकर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची. दमकल विभाग को भी खबर दी गयी. लेकिन उनके आने से पहले ही ग्रामीण तीनों को निकाल चुके थे. उनकी मौत हो चुकी थी. कालियाचक थाना पुलिस ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. इस इलाके में और जगहों पर भी पोस्ते के छिल्के छिपाकर रखे हुए हैं या नहीं, इसकी जांच की जा रही है. पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गयी है.
क्या है घटना
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मोमिनपाड़ा गांव में हादसे के शिकार हुए लोगों ने अपने घर के पीछे एक सेप्टिक टैंक बना कर उसमें पोस्ते का छिल्के छिपाकर रखे थे. ये छिल्के बेचने के लिए पांच लोग उसे निकालने गये थे. उनका इरादा रात के अंधेरे में पोस्ते के छिल्के बोरे में लादकर उसकी तस्करी करने का था. स्थानीय ग्रामवासियों ने पुलिस को बताया कि मोमिन परिवार और उनके संगी-साथी काफी दिनों से सेप्टिक टैंक में पोस्ते के छिल्के छिपाकर रखते थे. गुरुवार रात को पोस्ते के छिल्के निकालने सबसे पहले रवि मोमिन सेप्टिक टैंक में उतरा. लेकिन काफी देर होने पर भी जब उसकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो कौसर मोमिन टैंक में उतरा. जब उसकी ओर से भी कोई जवाब नहीं मिला, तो अनसारुल उतरा. लेकिन जब तीनों ही बाहर नहीं आये, तो हड़कंप मच गया. परिवार के लोगों ने गुहार लगाकर आसपास के लोगों को बुलाया. ग्रामवासी भागकर पहुंचे और तीनों को निकालने की कोशिश शुरू की. इस कोशिश में दो और ग्रामीण बीमार पड़ गये.

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