तृणमूल के सहयोग से वोट बैंक बढ़ाने की कोशिश में भाजपा : सूर्यकांत

कोलकाता. राज्य में तृणमूल कांग्रेस के सहयोग से ही भाजपा और आरएसएस अपनी स्थिति मजबूत करने और वोट बैंक बढ़ाने की कोशिश मेें जुटे हैं. राज्य में धर्म के नाम पर राजनीति की जाने लगी है. ऐसा उदासीन नीतियों की वजह से हो रहा है. यह आरोप माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 15, 2017 8:35 AM
कोलकाता. राज्य में तृणमूल कांग्रेस के सहयोग से ही भाजपा और आरएसएस अपनी स्थिति मजबूत करने और वोट बैंक बढ़ाने की कोशिश मेें जुटे हैं. राज्य में धर्म के नाम पर राजनीति की जाने लगी है. ऐसा उदासीन नीतियों की वजह से हो रहा है. यह आरोप माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा ने लगाया है.
उन्होंने कहा है कि वह वाममोरचा की बात नहीं कर रहे, लेकिन माकपा की बात की जाये तो जिन इलाकों में पार्टी की ताकत मजबूत नहीं है, वहां भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ खड़े दलों के साथ हाथ मिलाने से उन्हें परहेज नहीं है.

राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के दौरे की आलोचना करते हुए माकपा नेता ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के गुप्त समझौते की बात से इनकार किया जा रहा है लेकिन गत कई ऐसे मामले हैं जिनसे आपसी सांठगांठ की बात को नकारा नहीं जा सकता है. आखिर क्या वजह है कि सारधा चिटफंड कांड की जांच की गति धीमी हो गयी है? सारधा चिटफंड कांड पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए पहल क्यों नहीं की जा रही है? आरोप के अनुसार तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के साथ हाथ मिला लिया है और विगत तीन वर्षों में केवल पश्चिम बंगाल ही नहीं पूरे देश में सांप्रदायिक शक्तियों को बल मिल रहा है. देश के लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं.

खाद्य सुरक्षा, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर संकट की स्थिति बनी हुई है. लोगों की मूलभूत समस्याओं के समाधान की कोई कोशिश नहीं की जा रही है. ऐसी स्थिति देश और राज्य में बनी हुई है. मिश्रा ने दावा किया है कि जनहित के लिए आंदोलनरत केवल वामपंथी ही हैं. उन्होंने वामपंथी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक समर्थक शक्तियों के आंदोलन में तमाम लोगों को शामिल होने की अपील की है.

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