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चातुर्मास कोलकाता का दायित्व ग्रहण समारोह भागलपुर में आज कोलकाता : आचार्यश्री महाश्रमणजी के कोलकाता चातुर्मास की विधिवत जिम्मेदारी 29 अप्रैल को भागलपुर अक्षय तृतीया समारोह में आचार्यश्री महाश्रमणजी की सान्निध्य में व्यवस्था समिति को सुपुर्द की जा रही है. यह एक विशेष दायित्व है, जो वर्षों के बाद बहुत सौभाग्य से किसी क्षेत्र को […]

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चातुर्मास कोलकाता का दायित्व ग्रहण समारोह भागलपुर में आज
कोलकाता : आचार्यश्री महाश्रमणजी के कोलकाता चातुर्मास की विधिवत जिम्मेदारी 29 अप्रैल को भागलपुर अक्षय तृतीया समारोह में आचार्यश्री महाश्रमणजी की सान्निध्य में व्यवस्था समिति को सुपुर्द की जा रही है.
यह एक विशेष दायित्व है, जो वर्षों के बाद बहुत सौभाग्य से किसी क्षेत्र को मिलता है. कोलकाता में 58 वर्ष के बाद तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य पधार रहे हैं. वे वर्षाकाल में विहार नहीं करते. चार माह तक एक ही स्थान पर प्रवास करते हैं और जन-जन को प्रतिबोध देते हैं. इस बार वर्षाकाल में आचार्यश्री महाश्रमणजी का प्रवास कोलकाता के राजारहाट में नवनिर्मित महाश्रमण विहार में होने जा रहा है.
उस पुण्य प्रवास की संपूर्ण जिम्मेदारी चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति की रहेगी. यह कोलकाता वासियों के लिए अहोभाग्य है. अत: भागलपुर में दायित्व ग्रहण समारोह में हजारों की संख्या में कोलकातावासी श्रावक-श्राविकायें पहुंचे हैं. सभी को ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह सभी का दायित्व है. तन मन धन से जो सेवा हम दे सकें, देने की कोशिश करेंगे.
एेसी भावनाएं समाज में परिलक्षित हो रही है. अक्षय तृतीया समारोह के दिन पूरे देशभर से एक वर्ष से एकांतर तप (वर्षी तप) करनेवाले भाई बहन गुुरु को इक्षु रस दान कर पारणा करते हैं. उस तपस्या के महाआयोजन में दायित्व ग्रहण करना सहजत: सिद्धि का संकेत है. व्यवस्था समिति के अध्यक्ष कमल दुगड़ के साथ अनेकों पदाधिकारी गण भागलपुर पहुंचे हैं. उपरोक्त जानकारी व्यवस्था समिति की महामंत्री सूरज बरड़िया ने दी है.
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