निगम के मुखपत्र में लगा दीमक

पाठकों को जोड़ने के लिए निगम देगा होम डिलेवरी मात्र 200 रुपये में साल भर मिलेगा मुखपत्र योजना के लिए निगम डाक विभाग के संपर्क में शिव कुमार राउत कोलकाता : कोलकाता नगर निगम के विकास मूलक कार्यों से आम लोगों को अवगत कराने के लिए निगम का मुख्यपत्र पुरश्री प्रकाशित किया जाता है. हर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 30, 2017 8:50 AM
पाठकों को जोड़ने के लिए निगम देगा होम डिलेवरी
मात्र 200 रुपये में साल भर मिलेगा मुखपत्र
योजना के लिए निगम डाक विभाग के संपर्क में
शिव कुमार राउत
कोलकाता : कोलकाता नगर निगम के विकास मूलक कार्यों से आम लोगों को अवगत कराने के लिए निगम का मुख्यपत्र पुरश्री प्रकाशित किया जाता है. हर महीने दो संस्करण का प्रकाशन होता है. मुखपत्र की कॉपी की कीमत मात्र 10 रुपये है. इसके बावजूद पाठकों में इसे लेकर रुचि नहीं दिख रही है. निगम का यह मुखपत्र पाठकों के घर होने के बजाय इन दिनों निगम के पुरश्री केंद्र के गोदाम में पड़ा-पड़ा दीमक का खुराक बन रहा हैै.
हर महीने छपती है 6000 कॉपी
15 दिनों‍ के अंतराल पर मुख्यपत्र को छापा जाता है. महीने में दो संस्करण छापा जाता है. हर संस्करण में तीन हजार कॉपियां छापी जाती हैं. वर्ष में पुरश्री के लगभग 23 संस्करण छापे जाते हैं, जबकि दुर्गापूजा के दौरान महीने में एक बार ही एक शारदीया संस्करण प्रकाशित किया जाता है. सूत्रों की मानें, तो मुखपत्र की कॉपी काफी कम बिक रही है. बिक्री को बढ़ाने के लिए निगम एक विशेष योजना पर कार्य कर रहा है. हर महीने छपी कॉपियों को गोदाम में स्टोर कर दिया जाता है. मुखपत्र की कॉपी नहीं बिकने के कारण सरकारी धन व्यर्थ ही खर्च हो रहा है.
23 संस्करणों के साथ पुरश्री का प्रकाशन
साल में 23 संस्करणों के साथ प्रकाशित होनेवाले मुखपत्र में हर साल एक विशेषांक प्रकाशित किया जाता है. इस वर्ष महाश्वेता देवी पर आधारित एक पुस्तिका को प्रकाशित किया गया है. महानगर के कुछ विष्टि नागरिकों, वरिष्ठ अधिकारियों तथा नगर निगम के विभिन्न पार्षदों को कॉपी नि:शुल्क दी जाती है.
पाठकों को जोड़ने के लिए नयी पहल
पाठकों को जोड़ने के लिए निगम अब एक विशेष योजना पर कार्य कर रहा है. मुखपत्र के प्रसार को बढ़ाने के लिए पाठकों के घर तक पुरश्री को पहुंचाया जायेगा. इसके लिए पाठकों को 200 रुपये देकर पंजीकरण करवाना होगा. पंजीकरण के बाद उन्हें साल भार पुरश्री के सभी अंक उनके घर भेज दिये जायेंगे. इस योजना को पूरा करने के लिए निगम भारतीय डाक विभाग के संपर्क में है
निगम के मुखपत्र पुरश्री को लेकर पाठकों में रुचि नहीं देखी जा रही है. निगम के विरोधी पार्टियों के अनुसार निगर के मुखपत्र को तृणमूल कां‍ग्रेस अपनी पार्टी के मुखपत्र के तौर पर उपयोग कर रही है. निगम के विकास मूलक कार्यों की आड़ में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व मेयर शोभन चटर्जी के बड़े-बड़े फोटो को छाप कर तृणमूल कांग्रेस का प्रचार किया जा रहा है. फलस्वरूप पाठक कम रुचि ले रहे हैं. निगम में विरोधी दलों के अनुसार एक समय था, जब अच्छे व प्रसिद्ध उपन्यासकार व साहित्य से जुड़े लोगों की रचनाएं इसमें छपती थीं, लेकिन अब यह तृणमूल कांग्रेस का मुखपत्र बन कर रह गया है. इस वजह से निगम के पुरश्री के लिए पाठक नहीं मिल रहे हैं.
पुरश्री को तृणमूल कांग्रेस के मुखपत्र के रूप में उपयोग किया जा रहा है. कोलकाता नगर निगम के विकास मूलक कार्यों की आड़े में पार्टी का प्रचार किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व मेयर शोभन चटर्जी की बड़ी-बड़ी तसवीरों को छाप कर तृणमूल कांग्रेस का प्रचार किया जा रहा है. इस वजह से पाठक कम रुचि लेते हैं. इससे सरकारी धन का नुकसान हो रहा है.
रत्ना राय मजूमदार, पार्षद (वाम मोरचा), कोलकाता नगर निगम
निगम का यह बहुत पुराना मुखपत्र है. पहले कोलकाता गेजेट नाम से अंगरेजी में मुखपत्र प्रकाशित किया जाता था. वर्तमान में प्रकाशित होनेवाला पुरश्री भी काफी पुराना है. एक समय था, जब इसमें निगम के नियम कानून सहित विकास मूलक कार्यों को प्रकाशित किया जाता था. एक समय में प्रसिद्ध साहित्यकारों की रचनाओं व निगम से संबंधित खबरों को प्रकाशित किया जाता था, लेकिन अब इसे पार्टी का मुखपत्र बना दिया गया है, जिसकी वजह से इसकी बिक्री नहीं हो रही हैं.
देवाशीष मुखर्जी, पार्षद (आरएसपी), कोलकाता नगर निगम
व्यावसायीकरण या वाणिज्यीकरण के उद्देश्य से इसे प्रकाशित नहीं किया जाता है. निगम के इतिहास को प्रधानता दी जाती है. निगम के पार्षद, अाला अधिकारियों‍ व शहर के विश्ष्टि लोगों को पुरश्री के हर अंक की कॉपी नि:शुल्क दी जाती है.
देवव्रत मजूमदार, मेयर परिषद सदस्य (ठोस कचरा प्रबंधन विभाग), कोलकाता नगर निगम

Next Article

Exit mobile version