साथ ही इन छात्रों को विश्वविद्यालय में जगह देने के लिए पीजी स्तर पर पांच प्रतिशत अतिरिक्त सीटें रखने का भी फैसला किया है. यह जानकारी विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने दी. उनका कहना है कि अभी पीजी में कुल 7,000 सीटें हैं. वर्तमान प्रणाली में विश्वविद्यालय ने अपने स्नातक छात्रों के लिए 60 प्रतिशत सीटें रखी हैं, जिनको अंकों के आधार पर सीधे ही दाखिला दिया जायेगा. बाकी 40 प्रतिशत सीटें सभी के लिए उपलब्ध रहेंगी. इस पर दाखिला प्रवेश टेस्ट के जरिये होगा.
पीजी स्तर पर अब कलकत्ता विश्वविद्यालय प्रशासन ने अन्य 350 सीटें अंतरराष्ट्रीय स्तर के छात्रों के लिए रखी हैं. नेशनल असेस्मेंट एंड एक्रीटिएशन काउंसिल (नैक) की सिफारिशों का पालन करते हुए विश्वविद्यालय ने विदेशी छात्रों के लिए सीटें बढ़ायी हैं, ताकि उनको यहां पढ़ने का माैक मिल सके. यहां पीजी के लिए कई विभाग व विदेशी भाषाओं का कोर्स भी उपलब्ध हैं.