आरएसएस के एजेंट हैं बरकती : सिद्दिकुल्लाह

कोलकाता. राज्य के सर्वशिक्षा अभियान व लायब्रेरी मंत्री व जमायत उलेमा ए हिंद के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना सिद्दिकुल्लाह चौधरी ने टीपू सुलतान मसजिद के शाही इमाम मौलाना नुरूर्रहमान बरकती की जम कर आलोचना की है. उन्होंने मौलाना बरकती को आरएसएस का एजेंट तक बता डाला है. एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान श्री चौधरी ने कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2017 8:12 AM
कोलकाता. राज्य के सर्वशिक्षा अभियान व लायब्रेरी मंत्री व जमायत उलेमा ए हिंद के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना सिद्दिकुल्लाह चौधरी ने टीपू सुलतान मसजिद के शाही इमाम मौलाना नुरूर्रहमान बरकती की जम कर आलोचना की है. उन्होंने मौलाना बरकती को आरएसएस का एजेंट तक बता डाला है. एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान श्री चौधरी ने कहा कि बरकती इसलाम व मुसलमान के मॉडल नहीं हैं. इसलाम किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेने, दंगा-फसाद करने और अशांति का माहाैल बनाने की इजाजत नहीं देता है.

उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ दिनों से मौलाना बरकती जिस तरह से गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं, उससे समाज का माहौल खराब हो रहा है. किसी मसजिद के इमाम को इस तरह की बयानबाजी शोभा नहीं देती है. यह इसलाम, कुरान आैर सुन्नत के खिलाफ है. देश के खिलाफ बोलना, कानून हाथ में लेना इसलाम आैर भारत के कानून के खिलाफ है.

इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. श्री चौधरी ने आरोप लगाया कि मौलाना बरकती आैर आरएसएस के बीच सांठगांठ है. वह आरएसएस के एजेंट हैं. वह अपने बयानों से आरएसएक के हाथ को मजबूत कर रहे हैं. पानी अब सर से ऊंचा जा चुका है. उन्होंने इलजाम लगाया कि मौलाना बरकती अहंकार के साथ इमामत कर रहे हैं. वह इमाम जैसे सम्मानीय पद का अपमान कर रहे हैं. इमाम के लिए लालबत्ती की कोई जरूरत नहीं है.

उनके पिता जब टीपू सुलतान मसजिद के इमाम थे, तब वह पैदल या साइकिल पर सवार हो कर मसजिद आते थे. लालबत्ती को लेकर वह जिस तरह की हरकत कर रहे हैं, उससे इमाम का पद कलंकित हो रहा है. उन्हें इस पद से हट जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि लालबत्ती के मुद्दे अथवा उनकी बयानबाजी से अगर किसी प्रकार की अशांति फैलती तो इसके जिम्मेदार बरकती साहब होंगे. भारत के हिंदू राष्ट्र बनने की स्थिति में एक आैर पाकिस्तान बनाने के मौलाना बरकती के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि उनका यह बयान देश के कानून के खिलाफ है.

उन्हें धक्के मार कर पाकिस्तान भेज देना चाहिए. टीपू सुलतान मसजिद का संचालन करने वाले प्रिंस गुलाम मोहम्मद वक्फ इसेट्मट के ट्रस्टी शाहिद आलम ने कहा कि मौलाना बरकती किसी भी रूप से शाही इमाम नहीं है. उन्होंने अपनी मर्जी से यह पद धारण कर लिया है. इसका विरोध करने पर हंगामा करने लगते हैं. उनका रवैया बेहद खराब है. जिस वक्त श्री चौधरी कोलकाता प्रेस क्लब में मीडिया को संबोधित कर रहे थे, उस वक्त किसी भी प्रकार की अशांति से निपटने के लिए प्रेस क्लब के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया था.

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