राज्य के सरकारी अस्पतालों में अराजकता का माहौल : भाजपा

कोलकाता. पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों की बदहाल सेवा के खिलाफ सोमवार को प्रदेश भाजपा के स्वास्थ्य सेल की ओर से राज्य के विभिन्न अस्पतालाें में विरोध प्रदर्शन किया गया. इस मौके पर स्वास्थ्य सेल के नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास ही स्वास्थ्य विभाग का भी दायित्व है, लेकिन उनको भी राज्य के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2017 8:11 AM
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों की बदहाल सेवा के खिलाफ सोमवार को प्रदेश भाजपा के स्वास्थ्य सेल की ओर से राज्य के विभिन्न अस्पतालाें में विरोध प्रदर्शन किया गया. इस मौके पर स्वास्थ्य सेल के नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास ही स्वास्थ्य विभाग का भी दायित्व है, लेकिन उनको भी राज्य के सरकारी अस्पतालों में दी जानेवाली सेवाओं पर विश्वास नहीं है. सरकारी अस्पतालों में अराजकता का माहौल है.

पश्चिम बंगाल में सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्था के खिलाफ प्रदेश भाजपा के स्वास्थ्य सेल ने आंदोलन शुरू किया है. सरकारी अस्पतालों में सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए सोमवार को राज्य के अधिकांश अस्पतालों में प्रदेश भाजपा की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया.

इस संबंध में प्रदेश भाजपा के स्वास्थ्य सेल के संयोजक इंद्रजीत सिन्हा ने कहा कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में निम्न स्तर की चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं, चिकित्सा परिसेवाओं को बेहतर करने के लिए सेल की ओर से राज्य के 11 मेडिकल कॉलेज व सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में विरोध प्रदर्शन किया गया. इनमें मेदिनीपुर, बांकुड़ा, मुर्शिदाबाद, मालदा व उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के साथ-साथ कल्याणी स्थित कॉलेज ऑफ मेडिसिन एंड जेएनएम अस्पताल शामिल है.

इसके साथ-साथ जलपाईगुड़ी, बालुरघाट, हावड़ा व सिउड़ी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, हुगली के श्रीरामपुर वाल्स हॉस्पिटल में भी विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्वयं सरकारी अस्पतालों पर भरोसा नहीं है, इसलिए वह इलाज कराने के लिए सरकारी अस्पतालों की बजाय निजी अस्पतालों में जाती हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में अराजकता का माहौल है, जिसे खत्म करने के लिए भाजपा आंदोलन कर रही है.

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