बंगाल में साइबर अटैक : कंप्यूटर को हैक करके फिरौती मांगने का सिलसिला जारी

कोलकाता : बेलदा में बिजली विभाग के कार्यालय में सोमवार को साइबर अटैक के बाद मंगलवार को भी हमले का सिलसिला जारी रहा. धूपगुड़ी व बानरहाट विद्युत वितरण कंपनी के कार्यालय में लगे कंप्यूटर में साइबर रैनसमवेयर वायरस का हमला होने से हड़कंप मच गया. मंगलवार को इस कार्यालय की पूरी व्यवस्था चरमरा गयी. बिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2017 7:58 AM
कोलकाता : बेलदा में बिजली विभाग के कार्यालय में सोमवार को साइबर अटैक के बाद मंगलवार को भी हमले का सिलसिला जारी रहा. धूपगुड़ी व बानरहाट विद्युत वितरण कंपनी के कार्यालय में लगे कंप्यूटर में साइबर रैनसमवेयर वायरस का हमला होने से हड़कंप मच गया. मंगलवार को इस कार्यालय की पूरी व्यवस्था चरमरा गयी. बिल जमा करने के अलावा सभी प्रकार का कार्य बंद रहे.
ग्राहकों को भी काफी परेशानी हुई.अधिकारी यह बताने में असमर्थ हैं कि स्थिति सामान्य कब होगी. कार्यालय के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार कंप्यूटर चालू करते ही एक लाल व सफेद लिंक स्क्रीन पर आया और सभी फाइल लॉक हो गये. फाइलों को खोलने के लिये 300 डॉलर मांगा जा रहा है. यह लिंक कहां से कैसे आया, कुछ भी पता नहीं चला. ऐसी स्थिति में कार्यालय में काम बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
क्या है गाइडलाइन
ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज के वर्तमान वर्जन को अपडेट करें
ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज-10 का व्यवहार करें
केंद्र सरकार के कदमों पर नजर रखें
सभी विभागों के बीच समन्वय बनाकर रखें
केवल विश्वस्त साइट से ही सॉफ्टवेयर डाउनलोड करें
मोबाइल व कंप्यूटर को नियमित एंटी-वायरस से परीक्षण करें
ऑफिस नेटवर्क के क्षेत्र में एंटी-वायरस व्यवहार करें
किसी अपरिचित द्वारा भेजे गये इमेल से सावधान रहें
एसबीआइ के सभी एटीएम सुरक्षित
भारतीय स्टेट बैंक ने स्पष्ट किया है कि रैनसमवेयर को लेकर उसकी एटीएम परिसेवा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. उसके सभी ब्रांच, सिस्टम, एटीएम सुरक्षित हैं. एटीएम परिसेवा के बंद या बाधित होने की बात केवल अफवाह है. एसबीआइ के बंगाल सर्कल के सीजीएम पार्थ प्रतीम सेनगुप्ता ने बताया कि उनकी प्रणाली इंटरनेट से बिल्कुल अलग है. उनका स्वाधीन नेटवर्क है. इसके अलावा उनके कंप्यूटर्स में यूएसबी, पेन ड्राइव आदि लगाने की गुंजाइश भी नहीं है. हालांकि उसके करीब एक तिहाई एटीएम को अपग्रेड करना होगा. जिनकी तादाद करीब एक हजार है. यह देखा जा रहा है कि इसे सेंट्रली किया जाये या हर एटीएम में जाकर यह किया जाये. लेकिन इसके बावजूद परिसेवा बिल्कुल भी बाधित नहीं होगी.

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