कई जगह पुलिस और वाम मोरचा समर्थकों में झड़प, आंसू गैस के गोले छोड़े गये
मेयो रोड और रेड रोड का इलाका रणक्षेत्र में तबदील पथराव में 69 पुिलसकर्मियों को भी लगी चोट
नवान्न अभियान के दौरान सोमवार को वाम मोरचा समर्थकों और पुिलस में भिड़ंत हो गयी. प्रदर्शनकारी पुलिस का घेरा तोड़कर आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे थे. हालात संभालने के िलए पुिलस ने पानी की बौछार व आंसू गैस के गोले छोड़ने के साथ लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पथराव व पुलिस लाठीचार्ज में दो सौ से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
कोलकाता : 11 वामपंथी श्रमिक-किसान संगठनों के ‘नवान्न अभियान’ के दौरान सोमवार को प्रदर्शनकारियों और पुलिस में कई जगह झड़प हो गयी. पुलिस ने वामपंथी कार्यकर्ताओं को राज्य सचिवालय ‘नवान्न भवन’ की ओर आगे बढ़ने से रोकने के लिए बल प्रयोग किया. महानगर के मेयो रोड व रेड रोड का इलाका देखते ही देखते रणक्षेत्र में तबदील हो गया. हालात काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज के साथ वाटर कैनन और आंसू गैस का उपयोग किया. वाम मोरचा का आरोप है कि पुलिस लाठीचार्ज में 250 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. कई लोगों को अस्पताल में भरती करवाया गया है.
15 से ज्यादा मीडियाकर्मियों को भी चोटें आयी हैं. घटना के विरोध में पत्रकारों ने मेयो रोड पर धरना भी दिया.क्या है मामला: सोमवार को 18 सूत्री मांगों के समर्थन में वामपंथी संगठनों की ओर से खिदिरपुर, पुलिस ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) व रानी रासमणि एवेन्यू से रैली निकाली गयी. हावड़ा के सांतरागाछी में भी सभा कर रैली निकाली गयी. रानी रासमणि एवेन्यू से दोपहर दो बजे रैली नवान्न के लिए रवाना हुई. रैली आरंभ होने से पहले माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि सोमवार को राज्य सचिवालय में प्रवेश करने की कोशिश के दौरान माकपा विधायकों सुजान चक्रवर्ती, अशोक भट्टाचार्य और तन्मय भट्टाचार्य सहित 24 विधायकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन्हें बिना शर्त छोड़ना होगा. डॉ मिश्रा के भाषण के बाद रैली रवाना हुई. रैली मैदान टेंट रोड से होते हुए मेयो रोड क्रासिंग पर पहुंची. यहां रैली दो भागों मेें बंट गयी. एक मेयो रोड और दूसरी रेड रोड की ओर आगे बढ़ी. मेयो रोड पर वाम कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका. इस पर वामपंथी समर्थक पुलिस से उलझ गये.
भीड़ को अलग-थलग करने के लिए पुलिस ने मेयो रोड व रेड रोड पर लाठीचार्ज किया. पानी की बौछार और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया. वहीं डफरीन रोड, हेस्टिंग्स और सांतरागाछी में वाम कार्यकर्ताओं ने पुलिस की घेराबंदी तोड़ने की कोशिश की. मेयो रोड इलाके में वामकर्मियों ने कथित तौर पर पुलिस पर पत्थर फेंके, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया.
12 लोग गैरजमानती धाराओं में गिरफ्तार: पुलिस के मुताबिक, 182 आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया गया था. इनमें 12 को छोड़कर बाकी को रिहा कर दिया गया है. 12 लोगों को दंगा करने, सरकारी कर्मचारी को काम में बाधा देने व सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गैरजमानती धाराओं में गिरफ्तार किया गया है. हेस्टिंग्स थाने में दो व मैदान थाने में एक मामला दर्ज किया गया है.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (3) सुप्रतीम सरकार ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के पथराव में 69 पुलिसवाले जख्मी हुए हैं. इनमें वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं. 45 महिलापुलिस कर्मियों को चोटें आयी हैं. उधर, 100 से ज्यादा आंदोलनकारी भी जख्मी हुए हैं.
कितने पत्रकार जख्मी हुए हैं, इसका आंकड़ा उनके पास नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा: हम लोगों को कुछ पत्रकारों की पिटाई और उनके खिलाफ अपशब्दों के इस्तेमाल की शिकायतें और खबरें मिली हंै. इस घटना को लेकर हम बहुत अधिक खेद प्रकट करते हैं. हम घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं.’ सरकार ने कहा कि बल को पत्रकारों से निपटते समय ‘संयम बरतने’ को कहा गया था. अधिकारी ने घटना की जांच का वादा किया है. कोलकाता प्रेस क्लब ने पत्रकारों की पिटाई की निंदा की है.
पुलिस ने मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा, बरसाई लाठियां
वाम मोरचा के नवान्न अभियान को कवर करने पहुंचे मीडियाकर्मी भी पुलिस के गुस्से का शिकार हो गये. पुलिस ने पत्रकारों पर भी लाठीचार्ज कर दिया. पत्रकारों को डंडों से पीटा गया और यहां तक कि महिला पत्रकारों को भी नहीं छोड़ा और ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें अपशब्द कहे. पुलिस लाठीचार्ज में 15 से ज्यादा मीडियाकर्मी घायल हुए हैं.
इनमें फोटोग्राफर व महिला पत्रकार भी शामिल हैं. कुछ घायल पत्रकारों को इलाज के लिए एसएसकेएम व अन्य सरकारी अस्पतालों में भरती करवाया गया है.
घायल होनेवाले मीडियाकर्मी : प्रिथा दास गुप्ता (सीएन न्यूज), अनुपम पात्र, (सीएन न्यूज), अरुनाभ बोस, स्वरनेंदू दास (आर प्लस), शंकर सन्याल, सत्य सुंदर भट्चार्य, उज्ज्वल मुखर्जी, मृत्युंजय विश्वास, सुखेंदू दास, विधान, संदीप दत्ता समेत कई अन्य पत्रकार घायल हुए हैं. कोलकाता प्रेस क्लब ने पत्रकारों की पिटाई की निंदा की है.लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने का प्रयास करती पुलिस. अपना जख्म दिखाते लाठीचार्ज में घायल एक पत्रकार.