कॉमर्स के छात्रों के लिए सीयू की नयी व्यवस्था

कोलकाता : कलकत्ता यूनिवर्सिटी में स्नातक स्तर पर बने बोर्ड ऑफ स्टडीज (कॉमर्स) की ओर एक आवश्यक बैठक आयोजित की गयी. इस बैठक में कलकत्ता यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा यह प्रस्ताव तैयार किया गया कि बीकॉम के छात्रों को उनके अपने कॉलेजों में ऑल्टरनेट सेमेस्टर पेपर लिखने की अनुमति दी जायेगी. इस क्रम में छात्रों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2017 9:37 AM
कोलकाता : कलकत्ता यूनिवर्सिटी में स्नातक स्तर पर बने बोर्ड ऑफ स्टडीज (कॉमर्स) की ओर एक आवश्यक बैठक आयोजित की गयी. इस बैठक में कलकत्ता यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा यह प्रस्ताव तैयार किया गया कि बीकॉम के छात्रों को उनके अपने कॉलेजों में ऑल्टरनेट सेमेस्टर पेपर लिखने की अनुमति दी जायेगी. इस क्रम में छात्रों की उत्तर-पुस्तिका के मूल्यांकन का काम भी संस्थानों को दिया जायेगा. इस प्रस्ताव पर अभी यूनिवर्सिटी की सीनेट की मंजूरी मिलनी बाकी है.
सीनेट के सभी सदस्य इस पर मंजूरी दे देते हैं को इस व्यवस्था को लागू कर दिया जायेगा. कॉमर्स में परीक्षा के नतीजों की घोषणा करने में देरी न हो, इसके लिए यह नयी व्यवस्था की जा रही है. बीकॉम छात्रों के लिए जुलाई से शुरू होनेवाले एकेडमिक सत्र से सीबीसीएस (चॉइस्ड बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) शुरू किया जायेगा.
इस विषय में कलकत्ता यूनिवर्सिटी के प्रो वाइस चांसलर (एकेडमिक) स्वागत सेन ने कहा कि नये रूप से शुरू की जा रही इस प्रणाली में स्नातक में कॉमर्स कोर्स को छह सेमेस्टर में बांट दिया जायेगा. वर्तमान प्रणाली में यह तीन भागों प्रथम, द्वितीय व तृतीय सेमेस्टर के रूप में चल रहा है. वैकल्पिक सेमेस्टर के रूप में टेस्ट लेने का काम कॉलेज ही करेंगे. कॉलेज प्रशासन पर ही उत्तर-पुस्तिकाएं जांचने का दायित्व होगा.
कलकत्ता यूनिवर्सिटी द्वारा ही प्रश्नपत्र तैयार किये जायेंगे. इस व्यवस्था से नतीजे समय पर घोषित करने में सुविधा होगी. यह प्रस्ताव कॉलेजों को भेज दिया गया है. स्नातक स्तर पर कॉर्मस में बोर्ड ऑफ स्टडीज द्वारा की गयी बैठक के बाद कई अधिकारियों ने इस नयी व्यवस्था पर अपनी सहमति दी है. एक साल में अगर दो सेमेस्टर टेस्ट किये जायें व शीघ्र इसका मूल्यांकन किया जाये तो समय पर नतीजे निकालने में इस प्रणाली से काफी सहायता होगी.

Next Article

Exit mobile version