पत्रकारों को चोट से बचायेगा जैकेट

रवींद्र सदन से लालबाजार तक पत्रकारों ने निकाला मौन जुलूस सोमवार को प्रदर्शनकारियों पर पुलिसकर्मियों द्वारा किये गये लाठीचार्ज में कई पत्रकार जख्मी हो गये थे. इस घटना से सबक लेते हुए कोलकाता पुलिस ने मीडियाकर्मियों की सुरक्षा के लिए विशेष पहल की है. 25 मई को घोषित भाजपा के लालबाजार अभियान में पत्रकारों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2017 9:44 AM
रवींद्र सदन से लालबाजार तक पत्रकारों ने निकाला मौन जुलूस
सोमवार को प्रदर्शनकारियों पर पुलिसकर्मियों द्वारा किये गये लाठीचार्ज में कई पत्रकार जख्मी हो गये थे. इस घटना से सबक लेते हुए कोलकाता पुलिस ने मीडियाकर्मियों की सुरक्षा के लिए विशेष पहल की है.
25 मई को घोषित भाजपा के लालबाजार अभियान में पत्रकारों को जैकेट पहना कर पुलिस करेगी इसकी शुरुआत
कार्यक्रम खत्म होने पर पुलिसवालों को लौटा देना होगा यह जैकेट
जैकेट पहनने से चिन्हित हो सकेंगे पत्रकार, इससे पुलिस को काम करने में होगी आसानी
कोलकाता : महानगर में किसी भी राजनैतिक पार्टी द्वारा बुलाये गये कानून तोड़ो आंदोलन व प्रशासनिक भवन के घेराव कार्यक्रम के दौरान ड्यूटी में जाने से पहले पुलिसकर्मियों के साथ अब पत्रकार भी अब प्रेस लिखा जैकेट पहन कर काम करेंगे. इससे ड्यूटी करनेवाले पुलिसकर्मियों को पत्रकारों को चिन्हित कर काम करने में सुविधा होगी. राजनीतिक संगठनों द्वारा कार्यक्रम शुरू होने के आधे घंटे पहले पत्रकारों को पुलिस से अपना परिचयपत्र पत्र दिखा कर यह जैकेट लेना होगा. कार्यक्रम खत्म होने के बाद इस जैकेट को पुलिसकर्मियों को वापस लौटा देना होगा. सोमवार को पुलिसकर्मियों द्वारा पत्रकारों पर लाठीचार्ज की जघन्य घटना के बाद कोलकाता पुलिस की तरफ से यह निर्णय लिया गया है.
लालबाजार में मंगलवार को पत्रकारों से मुलाकात के दौरान कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया. उन्हों‍ने बताया कि अक्सर काम करने के दौरान आम पोशाक में उस कार्यक्रम को कवर कर रहे पत्रकारों को भी पुलिस की लाठी से जख्मी होना पड़ता है. जैकेट पहने रहने से वे पहले से चिन्हित हो सकेंगे, जिससे पुलिस को काम करने में सुविधा होगी. ऐसा करने से इस तरह की घटना दोबारा नहीं होगी. 25 मई को भाजपा द्वारा बुलाये गये लालबाजार अभियान के दिन से इसकी शुरुआत होगी. उस दिन पत्रकारों को जैकेट देकर काम करने दिया जायेगा.
लालबाजार पहुंच कर पुलिस आयुक्त से मिले पत्रकारों के प्रतिनिधि
सीपी का आश्वासन : घटना की होगी निष्पक्ष जांच, चिन्हित पुलिसवालों व जख्मी पत्रकारों का होगा बयान दर्ज
ड्यूटी पर मौजूद निचले स्तर के पुलिसकर्मी से लेकर ऊपरी स्तर के आइपीएस अधिकारी भी जांच के घेरे में
कोलकाता. सोमवार को माकपा के नवान्न अभियान के दौरान कोलकाता पुलिस द्वारा पत्रकारों पर लाठीचार्ज करने की घटना के विरोध में महानगर के प्राय: सभी छोटे-बड़े प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हाउस के पत्रकार शाम 4.30 बजेरवींद्र सदन में इकट्ठे हुए. वहां से मौन रैली निकाल कर सर्वप्रथम डोरिना क्रॉसिंग पर सभी ने कैमरा रख कर विरोध जताया.
इसके बाद रैली धर्मतल्ला से होते हुए लालबाजार की तरफ बढ़ी. इस रैली में लगभग 500 पत्रकार शामिल थे. रैली शाम 6.30 बजे लालबाजार क्रॉसिंग के पास रुकी. वहां छह की संख्या में संवाददाताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कहा कि ऐसी घटना घटी, इसका दुख उन्हें भी है.
ऐसा क्यों हुआ, इसकी जांच हो रही है. घटनास्थल के आसपास हुई वीडियो रिकॉर्डिंग की जांच हो रही है. जिन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी वहां थी, उसमें निचले रैंक से लेकर ऊंचे रैंक तक के चिन्हित पुलिसकर्मियों का बयान लिया जा रहा है. जो पत्रकार जख्मी हुए हैं, उनका भी बयान लिया जायेगा. इसके बाद दोषी पाये जानेवालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. इसका आश्वासन उन्हो‍ंने दिया.

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