एक्वाटिका वाटर राइड में तबीयत बिगड़ी, मौत

समय पर नहीं मिली चिकित्सा कोलकाता : महानगर में प्रमुख मनोरंजन स्थलों में से एक ‘एक्वाटिका वाटर पार्क’ प्रबंधन के खिलाफ फिर सुरक्षा में लापरवाही का मामला सामने आया है. राइड के दौरान एक पर्यटक की तबीयत बिगड़ गयी. पार्क में चिकित्सक या एंबुलेंस की कोई व्यवस्था नहीं थी. किसी तरह उन्हें एक नर्सिंग होम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2017 9:51 AM
समय पर नहीं मिली चिकित्सा
कोलकाता : महानगर में प्रमुख मनोरंजन स्थलों में से एक ‘एक्वाटिका वाटर पार्क’ प्रबंधन के खिलाफ फिर सुरक्षा में लापरवाही का मामला सामने आया है. राइड के दौरान एक पर्यटक की तबीयत बिगड़ गयी. पार्क में चिकित्सक या एंबुलेंस की कोई व्यवस्था नहीं थी. किसी तरह उन्हें एक नर्सिंग होम ले जाया गया. वहां भी काफी देर तक चिकित्सा उपलब्ध नहीं हो सकी. दूसरे अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने पर्यटक को मृत घोषित कर दिया. मामले में एक्वाटिका वाटर पार्क प्रबंधन और नर्सिंग होम के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गयी है.
क्या है मामला: प्रिंस अनवर साह रोड निवासी सात सदस्यों का एक परिवार मनोरंजन के लिए 16 मई को एक्वाटिका गया था. पीड़ित परिवार का कहना है कि वहां ‘राफ्ट स्लाइड’ नाम के एक राइड में परिवार के सदस्य चढ़े थे. पहली बार राइड में सफलता पूर्वक चढ़ने के बाद कुछ सदस्य उस राइड में दोबारा चढ़ने गये. इसमें परिवार के प्रमुख अजय साह भी मौजूद थे. सभी सदस्य सकुशल नीचे आ गये, लेकिन अजय नहीं अाये.
उन्हें देखने के लिए अन्य सदस्य राइड शुरू होने के स्थान पर गये तो राइड के बीच स्थल में अजय को अचेत हालत में फंसा हुआ पाया. पीड़ित अजय की पत्नी शीतल साह का आरोप है कि पहले तो एक्वाटिका पार्क में इमरजेंसी के समय कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था, न ही कोई ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था थी. एंबुलेंस भी मौजूद नहीं था. प्रबंधन की तरफ से इनमें से किसी भी चीज की व्यवस्था नहीं की गयी थी. काफी मशक्कत के बाद उन्हें वहां से खुशी नर्सिंग होम ले जाया गया. वहां भी चिकित्सा में लापरवाही बरती गयी.
काफी देर तक बिना चिकित्सा अजय वहां पड़े रहे. फिर उन्हें वहां से एक अन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृतक की पत्नी ने कोलकाता लेदर कॉम्प्लेक्स (केएलसी) थाने में खुशी नर्सिंग होम के चिकित्सकों व एक्वाटिका प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. उधर, एक्वाटिका की ओर से शंकर नाम के अधिकारी ने सुरक्षा में लापरवाही बरतने के आरोप को खारिज किया. उन्हों‍ने कहा कि जैसे ही घटना घटी, मेडिकल मदद पहुंचायी गयी. लिहाजा यह आरोप बेबुनियाद है.
इस बीच, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. गौरतलब है कि इसी एक्वाटिका वाटर पार्क के खिलाफ पूर्व में महिलाओं के कपड़े बदलने के कमरे में सीसीटीवी कैमरा लगा होने की शिकायत सामने आ चुकी है. उस समय जांच चलने तक पार्क को बंद रखने का फैसला लिया गया था.

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