घट रही है संगठित चाय उद्योग की हिस्सेदारी
कोलकाता : भारतीय चाय उद्योग में संगठित क्षेत्र की हिस्सेदारी 90 के दशक के 94 प्रतिशत से घटकर मौजूदा समय में 66 प्रतिशत रह गयी है. चाय बोर्ड द्वारा तैयार की गयी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है. बताया गया है कि गिरावट का मुख्य कारण कम उपज, बागानों का पुराना होना, गुणवत्ता […]
कोलकाता : भारतीय चाय उद्योग में संगठित क्षेत्र की हिस्सेदारी 90 के दशक के 94 प्रतिशत से घटकर मौजूदा समय में 66 प्रतिशत रह गयी है. चाय बोर्ड द्वारा तैयार की गयी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है. बताया गया है कि गिरावट का मुख्य कारण कम उपज, बागानों का पुराना होना, गुणवत्ता में कमी, विकास गतिविधियों की कमी और खराब प्रबंधन कामकाज आदि है.
भारतीय चाय उद्योग 10 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करता है जबकि इसकी तिगुनी संख्या में अप्रत्यक्ष रोजगार देता है. चाय बोर्ड ने फैसला किया है कि एक पेशेवर एजेंसी द्वारा उत्पादन लागत और आर्थिक लाभप्रदता जैसे मानदंडों को लेकर एक अध्ययन कराया जाये. यह विश्लेषण आगामी दिनों में इस उद्योग के टिकाउपन को सुनिश्चित करने के लिहाज से भविष्य की नीतियों को तैयार करने में मदद करेगा.