इस अवसर पर श्रीमती चक्रवर्ती ने कहा कि 2005 से ही प्रशासनिक रूप से तंबाकू मुक्त अभियान चल रहा था. किसी भी स्थान पर तंबाकू के उपयोग में 80 प्रतिशत की कमी आने पर उसे तंबाकू मुक्त घोषित कर दिया जाता है.
इसी प्रकार हावड़ा में तंबाकू के उपयोग में 88 प्रतिशत की कमी आयी है जिसके कारण हावड़ा को बुधवार को तंबाकू मुक्त जिला घोषित किया गया है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 से सार्वजनिक स्थानों पर धूमपान करनेवालों से अभी तक कुल 15 लाख जुर्माना वसूला गया है.