कोलकाता: फर्जी सर्टिफिकेट लेकर मेडिकल काउंसिल का सदस्य बनने आये एक डॉक्टर के फर्जी होने का खुलासा हुआ. जिसके बाद काउंसिल के अधिकारियों ने आरोपी डॉक्टर को पुलिस के हवाले कर दिया.
आरोपी फर्जी डॉक्टर का नाम बासुदेव रॉय (46) है. वह महानगर के पूर्ण चंद्र मित्र रोड का रहने वाला है. कई तरह के नकली डॉक्टरी सर्टिफिकेट उसके पास से पुलिस ने जब्त किया है. आरोपी को शुक्रवार को बैंकशाल कोर्ट में पेश किया जायेगा. वहीं, इस फर्जी डॉक्टर की असलियत का खुलासा होने के बाद काउंसिल की ओर से मानस चक्रवर्ती ने आरोपी को हेयर स्ट्रीट थाने की पुलिस के हवाले कर दिया.
क्या था मामला : मध्य कोलकाता के लॉयंस रेंज स्थित पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल के दफ्तर में किसी पोस्ट के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही थी. पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल के सह रजिस्ट्रार मानस चक्रवर्ती के मुताबिक, उस पद के लिए आवेदन करने बासुदेव भी कागजात के साथ वहां पहुंचा था. उसके दस्तावेज देख कर काउंसिल के अन्य अधिकारियों को शक हुआ. जिसके बाद आरोपी से पूछताछ की गयी. बासुदेव ने जो दस्तावेज पेश किये थे उसमें एक का सिंबल पर भी अधिकारियों को शक हुआ. तत्काल उसे दफ्तर में रोक कर कागजात की जांच करायी गयी. जिसमें सभी कागजात फरजी निकले. जिसके बाद हेयर स्ट्रीट थाने के अधिकारियों को इसकी खबर दी गयी.
बिना पढ़े एमबीबीएस की डिग्री
थाने के अधिकारी जब वहां पहुंचे तो आरोपी के पास से एमबीबीएस की डिग्री के कागजात मिले. इसके अलावा उसके पास से डीजीओ, एमएस और हॉस्पिटल एंड हेल्थ मैनेजमेंट की डिग्री भी बरामद हुई. इसकी जांच करने पर पता चला कि सभी डिग्री मेदिनीपुर में बासुदेव रॉय के नाम से किसी अन्य डॉक्टर के नाम पर जारी किये गये थे. जिसके सर्टिफिकेट से उसका फोटो हटा कर उसकी जगह खुद का फोटोग्राफ लगा कर वह काउंसिल के दफ्तर में नौकरी लेने पहुंचा था. इसकी जानकारी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी से पूछताछ जारी है.