मोदी सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल पर कांग्रेस का आरोप, सैनिकों की शहादत को ढाल बना रही केंद्र सरकार
कोलकाता: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र की मोदी सरकार तीन वर्षों के अपने कार्यकाल में पूरी तरह असफल रही है आैर यह सरकार अब देश के वीर सैनिकों की शहादत को अपनी असफलता की ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रही है. राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में : शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में […]
कोलकाता: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र की मोदी सरकार तीन वर्षों के अपने कार्यकाल में पूरी तरह असफल रही है आैर यह सरकार अब देश के वीर सैनिकों की शहादत को अपनी असफलता की ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रही है.
राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में : शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मनु िसंघवी ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है. तीन वर्षों में देश भर में 172 आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें 578 जवानों की मौत हुई है, जबकि 877 आम नागरिक मारे गये हैं. अकेले जम्मू व कश्मीर में ही 203 जवान शहीद हुए हैं. मोदी सरकार के तीन वर्षों के दौरान पाकिस्तान के साथ युद्ध विराम उल्लंघन के 143 मामले हुए हैं. केवल छह महीने में पाकिस्तानी सेना तीन बार हमारे सैनिकों के िसर काट कर ले गयी है.
श्री िसंघवी ने कहा कि एक समय था, जब नरेंद्र मोदी तत्कालीन मनमोहन सरकार को निकम्मा, बुजदिल एवं पाकिस्तान के साथ बिरयानी खानेवाली सरकार बताते थे. यूपीए सरकार पर नीच राजनीतिक करने का आरोप लगानेवाले नरेंद्र मोदी को आज अपने शब्दों पर शर्म आनी चाहिए. उनके शासन काल में 70 वर्षों के दौरान पहली बार आइएसआइ की टीम भारत में जांच के लिए आयी. भारत में आतंकी हमले करानेवाले को जांच के लिए बुलाने से बड़ा मजाक आैर क्या हो सकता है.
राफेल समझौते पर सवाल : कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बगैर किसी टेंडर के फ्रांस के साथ सीधे राफाल फाइटर प्लेन खरीदने का समझौता कर लिया, पर क्या वह बतायेंगे कि एक भी एयरक्राफ्ट अब तक भारतीय वायु सेना के मिला है, जबकि वायु सेना काफी दिनों से नये स्क्वेड्रेन की मांग कर रही है.
श्री संघवी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरका
र रक्षा विभाग की मांगों को भी नजरअंदाज कर रही है. 2014-15 में रक्षा विभाग की मांग से 30 प्रतिशत कम बजट दिया गया, वहीं रक्षा मंत्रालय ने मिले बजट में 12000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल ही नहीं किया. 2015-16 में मांग से 10 प्रतिशत एवं 2016-17 में मांग से 16 प्रतिशत कम बजट रक्षा विभाग को दिया गया.
र रक्षा विभाग की मांगों को भी नजरअंदाज कर रही है. 2014-15 में रक्षा विभाग की मांग से 30 प्रतिशत कम बजट दिया गया, वहीं रक्षा मंत्रालय ने मिले बजट में 12000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल ही नहीं किया. 2015-16 में मांग से 10 प्रतिशत एवं 2016-17 में मांग से 16 प्रतिशत कम बजट रक्षा विभाग को दिया गया.
देश में काम कर रहा पार्ट टाइम वित्त मंत्री व रक्षामंत्री :
उन्होंने आरोप लगाया कि देश में एक पार्ट टाइम वित्त मंत्री एवं एक पार्ट टाइम रक्षा मंत्री काम कर रहा है. नरेंद्र मोदी बतायें कि भारत की विदेश नीति क्या है. उनकी नीतियों के कारण आज हमारा सबसे बड़ा सहयोगी रूस, पाकिस्तान के साथ युद्ध अभ्यास कर रहा है. मोदी की पाकिस्तान नीति पूरी तरह फ्लॉप हो चुकी है.