केंद्र के फैसले काे राजनीतिक व सांप्रदायिक रंग दे रहीं ममता: सिद्धार्थनाथ

कोलकाता: केंद्र सरकार ने पिछले दिनों में वध के लिए हो रही पशुओं की खरीद-बिक्री पर निषेध लगाने का निर्देश दिया है, लेकिन केंद्र सरकार ने अपने निर्देश में स्पष्ट रूप से कहा है कि स्वस्थ पशुओं का प्रयोग खेती के काम व दूध उत्पादन के लिए किया जायेगा और अस्वस्थ्य पशुओं को वध के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2017 9:20 AM
कोलकाता: केंद्र सरकार ने पिछले दिनों में वध के लिए हो रही पशुओं की खरीद-बिक्री पर निषेध लगाने का निर्देश दिया है, लेकिन केंद्र सरकार ने अपने निर्देश में स्पष्ट रूप से कहा है कि स्वस्थ पशुओं का प्रयोग खेती के काम व दूध उत्पादन के लिए किया जायेगा और अस्वस्थ्य पशुओं को वध के लिए बेचा जा सकता है. लेकिन केंद्र सरकार के इस निर्देश को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजनीतिक व सांप्रदायिक रंग दे दिया है. एेसी ही प्रतिक्रिया उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दी.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित मोदी मेला में हिस्सा लेने के लिए श्री सिंह यहां पहुंचे हैं. शनिवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने प्रदेश मुख्यालय में श्री सिंह का स्वागत किया. इस मौके पर श्री सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार का यह फैसला किसी भी वर्ग या किसी के खान-पान के खिलाफ नहीं है, लेकिन बेवजह इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि बाजार में बेचे जा रहे पशुओं की समीक्षा के लिए संसदीय समिति का गठन किया गया है और समिति के प्रमुख कांग्रेस के सांसद व पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम हैं. इस समिति में अन्य पार्टियों के भी सदस्य हैं. समिति के सभी सदस्यों ने मिल कर यह तय किया है कि स्वस्थ पशुओं का खेती व दूध उत्पादन के लिए प्रयोग होगा और अस्वस्थ्य पशुओं को बाजार में बेचा जायेगा. श्री सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार की तीन वर्ष पूरे होने पर केंद्रीय योजनाओं के बारे में जन-जन को जानकारी देने के लिए मोदी मेला का आयोजन किया जा रहा है, इसके तहत पूरे देश भर में 900 से भी अधिक सभाएं होंगी.

नेहरू की सबसे बड़ी भूल की वजह से जम्मू-कश्मीर की समस्या
श्री सिंह ने जम्मू-कश्मीर की वर्तमान स्थिति को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की जो समस्या है, वह देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर नेहरू की वजह से है. भारत का हिस्सा होने के बावजूद वहां जाने के लिए वीजा लगता था, यहां वीजा बंद कराने में भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की महत्वपूर्ण भूमिका थी. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शनिवार को एनआइए ने मिल कर अभियान चलाया, जिससे स्पष्ट हो गया कि देश में ही गद्दार छिपे हुए हैं, जिनको पकड़ना जरूरी है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी व भाजपा के संबंधाें को लेकर बयानबाजी करनेवाले नेताओं की आज बोलती बंद हो गयी, क्योंकि राज्य सरकार के सहयोग से एनआइए ने यह अभियान चलाया.
बंगाल में एनआइए को सहयोग नहीं कर रहीं मुख्यमंत्री
भाजपा नेता ने कहा कि बंगाल में आतंकी गतिविधियां बढ़ी हैं और इसे लेकर एनआइए ने विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार की है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा पर्याप्त सहयोग नहीं मिलने के कारण एनआइए कार्रवाई नहीं कर पा रही है. राज्य सरकार अगर देश की सुरक्षा के हित को ध्यान में रख कर एनआइए का सहयोग करती है, तो बंगाल में आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसा जा सकता है.

Next Article

Exit mobile version