कोलकाता : कोरोना वायरस के 51 वर्षीय एक मरीज को स्वस्थ होने के बाद यहां के एक अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. यह व्यक्ति मधुमेह (सुगर) और उच्च रक्तचाप से भी पीड़ित था. कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जीतने के बाद गोपी कृष्णा अग्रवाल ने मंगलवार को कहा कि अपने इलाज के दौरान उनका रवैया सकारात्मक रहा और मधुमेह रोगियों को तब तक चिंतित नहीं होना चाहिए, जब तक कि उनके शर्करा का स्तर नियंत्रण में हो.
उन्होंने कहा कि हालांकि वह मधुमेह से पीड़ित हैं, लेकिन उनके शर्करा का स्तर नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि मधुमेह से पीड़ित लोगों के मन में डर नहीं होना चाहिए, क्योंकि वे कोरोना वायरस महामारी से ठीक हो सकते हैं. उनके शर्करा का स्तर अधिक नहीं था, इसलिए उनके लिए अधिक समस्या नहीं हुई. चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि यदि मधुमेह से पीड़ित किसी व्यक्ति की स्थिति नियंत्रण में है तो कोरोना वायरस के अन्य मरीजों की तरह ही मधुमेह से पीड़ित लोगों का भी इलाज हो सकता है.