सरकार से मुआवजा लेने से एक परिवार ने किया इंकार
राज्य सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का हवाला देते हुए राज्य में 29 मरीजों की मौत का दावा किया था. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवारों को दो लाख रुपये क्षतिपूर्ति देने की घोषणा की थी.
कहा, जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से बच्चे की नहीं हुई मौत, लगाया चिकित्सा में लापरवाही का आरोप
संवाददाता, कोलकाताराज्य सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का हवाला देते हुए राज्य में 29 मरीजों की मौत का दावा किया था. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवारों को दो लाख रुपये क्षतिपूर्ति देने की घोषणा की थी. हालांकि चिकित्सकों ने सरकार के दावे को आधारहीन बताया था.सरकार की सूची में पहले स्थान पर जिस मरीज का नाम था, उसके परिजनों ने सरकार द्वारा घोषित क्षतिपूर्ति लेने से इंकार कर दिया. बालुरघाट के शिवम शर्मा के परिजनों ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से उनके बच्चे की मौत का कोई संपर्क नहीं है. चिकित्सा में लापरवाही के कारण शिवम की मौत हुई थी. इस बच्चे के परिवार ने साफ तौर पर क्षतिपूर्ति लेने से इंकार कर दिया. बालुरघाट के सांसद व केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि उनके जिले में कोई मेडिकल कॉलेज नहीं है, फिर जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से किसी की मौत का सवाल कहां उठता है. 12 अगस्त को रघुनाथपुर इलाके में सड़क हादसे में तीसरी कक्षा का छात्र शिवम शर्मा घायल हो गया था. उसे बालुरघाट अस्पताल ले जाने पर आरोप है कि एक घंटा इंतजार करने के बाद भी कोई चिकित्सक नहीं आया. समय पर इलाज नहीं होने पर उसकी मौत हो गयी थी. मृतक के एक रिश्तेदार ने बताया कि जब उसे अस्पताल में भर्ती भी कराया गया तो काफी देर बाद एक चिकित्सक वहां आया. पुलिस ने एफआइआर तक लेने से इंकार कर दिया था. अब रुपये देकर मुंह बंद करना चाह रहे हैं. मृतक की बहन रिंकी शर्मा ने कहा कि दोषियों को कड़ी सजा देनी होगी.
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