सीबीआइ से भी मिलना चाहते हैं संगठन के सदस्य कोलकाता.आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म बाद हत्या की घटना को लेकर जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है. इस बीच, शनिवार को सरकारी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों के संगठन सर्विस डॉक्टर फोरम की ओर से रैली निकाली जायेगी. रैली दोपहर दो बजे एनआरएस मेडिकल कॉलेज से निकाली जायेगी. रैली के धर्मतला पहुंचने पर संगठन के प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे. यह जानकारी संगठन के महासचिव डॉ सजल विश्वास ने दी. उन्होंने बताया कि आरजी कर घटना की सच्चाई स्वास्थ्य विभाग की ओर छह अगस्त को जारी आदेश में छिपी हुई है. सर्विस डॉक्टर्स फोरम अपने इस दावे के साथ राज्यपाल से मिलेंगे. इसी दावे के साथ संगठन सीबीआइ से भी मिलना चाह रहा है. आरजी कर मामले में संगठन की ओर से अभिक दे समेत और तीन डॉक्टरों से पूछताछ के लिए सीबीआइ से आवेदन करना चाहता है . तीन डॉक्टरों के खिलाफ लगाये आरोप डॉ विश्वास ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से छह अगस्त को जारी आदेश की कॉपी सामने आयी है. आदेश पर स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक और स्वास्थ्य सेवा निदेशक के हस्ताक्षर हैं. आदेश में सौप्तिक राय, डॉ अभिक दे और डॉ सौरभ पाल नाम के तीन डॉक्टरों को स्वतंत्रता दिवस परेड की रिहर्सल के लिए एसएसकेएम (पीजी) जाने को कहा गया था. संगठन ने इस आदेश में कई विसंगतियों को लेकर सवाल उठाये हैं. इन तीनों मेडिकल छात्रों को स्वतंत्रता दिवस परेड की रिहर्सल के लिए एसएसकेएम में बुलाया गया था. ऐसे में उन्हें तड़के आरजी अस्पताल जाने का आदेश किसने दिया था. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी छह अगस्त के आदेश की विसंगतियों की ओर इशारा करते हुए सर्विस डॉक्टर्स फोरम का दावा है कि आरजी कर मामले का असली रहस्य इन विसंगतियों में छिपा है. डॉ सजल विश्वास ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के इस आदेश की प्रति शनिवार को राज्यपाल को सौंपने के साथ ही इसे सीबीआइ को भी सौंपी जायेगी. साथ ही आदेश में नामित सभी डॉक्टरों और उस पर हस्ताक्षर करनेवाले स्वास्थ्य अधिकारियों से हिरासत में लेकर पूछताछ की मांग भी सीबीआइ से की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है