विभिन्न राज्यों में उसके नाम पर दर्ज हैं लगभग 300 शिकायतें
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लेता था पैसे
संवाददाता, कोलकाताशेयर ट्रेडिंग के नाम पर एक व्यक्ति से लगभग करीब 64 लाख रुपये ठगने के आरोप में कोलकाता पुलिस के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने तन्मय पाल को उत्तर 24 परगना के बारासात से गिरफ्तार किया था, लेकिन लालबाजार की टीम को केंद्र सरकार के एक पोर्टल से उसके बारे में पता चला कि उस युवक ने देशभर से कम से कम 300 लोगों के करीब 65 करोड़ रुपये उड़ा लिये. इस बड़ी धोखाधड़ी की डील की शुरुआत उसने बारासात के घर में बैठकर की थी. उसे गिरफ्तार करने के बाद कोलकाता पुलिस के साइबर थाने के अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उसने इतनी बड़ी रकम कैसे उड़ा लिये. इस मामले में कोलकाता पुलिस के खुफिया अधिकारियों ने देश के कई अन्य शहरों और राज्यों की पुलिस से बात की है. तन्मय पाल नाम के आरोपी से अन्य राज्यों की पुलिस पूछताछ करने कोलकाता आ सकती है. पुलिस को इस आरोपी के बारे में पता चला है कि तन्मय ने व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर देशभर में कम से कम तीन सौ लोगों को करोड़ों रुपये कमाने का लालच दिया था. उसने प्रत्येक व्यक्ति से औसतन बीस लाख रुपये ठगे हैं. दिल्ली, मुंबई, पटना, बेंगलुरु से लेकर अलग-अलग शहरों के लोग उसके जाल में फंस गये थे. पुलिस के मुताबिक यह गिरोह एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाता था और उस ग्रुप में कई लोगों को जोड़ते थे. ग्रुप से जुड़े लोगों से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर निवेश करने को कहा जाता था. इस तरह तन्मय पाल ने कोलकाता के एक निवासी से 63 लाख 94 हजार 346 रुपये उसके कहने पर निवेश किया था, जिसकी शिकायत लालबाजार के साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराने के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है.
पुलिसकर्मी बताकर दुकानदार से ठगी, आरोपी अरेस्ट
कोलकाता. खुद को पुलिस वाला बताकर एक दुकान से कीमती मोबाइल फोन खरीद कर इसके रुपये न चुकाने के साथ ही दुकानदार के साथ ठगी करने के आरोप में बहूबाजार थाने की पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपी का नाम क्षितिश चंद्र दास है. कुछ दिन पहले वह बहूबाजार इलाके में मोबाइल शॉप पर आया था. उसके साथ एक महिला भी थी. युवक ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और आइडी भी दिखाया. उसने महिला को बहन बताया था. उस युवक ने स्टोर से 20 हजार 600 रुपये का मोबाइल फोन खरीदा. इसके बदले कुछ रुपये दिये और कहा कि बाकी रुपये आठ किस्तों में चुकायेंगे. इसके बदले शेष रुपये एक बैंक से फाइनेंस किया. बाद में बैंक ऋण की किस्त न चुकाने के बाद उसकी तलाश शुरू हुई. पता चला कि आरोपी ने इस तरीके से और भी कई दुकानों से ठगी की है. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उससे पूछताछ जारी है.
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