कोलकाता. आरजी कर कांड को लेकर कोलकाता पुलिस की भूमिका पर उठते सवालों के बीच राज्य पुलिस में बुधवार को बड़ा फेरबदल किया गया. वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी जावेद शमीम को अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी है. उन्हें इंटेलिजेंस डिविजन और एडीजी (सुरक्षा) के प्रभार के अलावा भ्रष्टाचार निरोधक विंग का अतिरिक्त दायित्व भी सौंपा गया है. अब तक इस पद पर आइपीएस आर राजशेखरन तैनात थे. राज्यपाल के एडीसी पद पर भी बदलाव किया गया है. गौरतलब है कि इस बार यह पद एक महिला अधिकारी संभालेंगी. अब तक आइपीएस मनीष जोशी राज्यपाल के एडीसी के पद पर तैनात थे. उनकी जगह शांति दास को कार्यभार दिया गया है. वह एक डब्ल्यूबीपीएस अधिकारी हैं. शांति दास इससे पहले राज्य मानवाधिकार आयोग की अतिरिक्त अधीक्षक थीं. यह पहली बार है कि किसी आइपीएस अधिकारी के बजाय किसी डब्ल्यूबीपीएस अधिकारी को राज्यपाल के एडीसी के पद पर तैनात किया गया है. मनीष को विधाननगर पुलिस आयुक्तालय के विधाननगर जोन के अतिरिक्त उपायुक्त के रूप में तैनात किया गया है. गौरतलब है कि आरजी कर कांड में पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं. इस साल की शुरुआत में जावेद को एडीजी कानून व्यवस्था के पद से हटा दिया गया था. उस पद पर मनोज वर्मा को लाया गया है. जावेद को खुफिया विभाग और एडीजी (सुरक्षा) पद पर तैनात किया गया था. अब राजशेखरन को भ्रष्टाचार निरोधक शाखा से हटा दिया गया. फिलहाल राजशेखरन को कोई अन्य जिम्मेदारी नहीं सौंपी गयी है.
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