बंगाल-झारखंड सीमा पर ट्रकों की आवाजाही बंद होने से प्रभावित हो रहा व्यवसाय : अधिकारी
अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार के इस फैसले से पश्चिम बंगाल के साथ-साथ झारखंड, बिहार, ओड़िशा, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के व्यवसाय प्रभावित हो रहा है
कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार के बंगाल-झारखंड सीमा को सील कर ट्रकों की आवाजाही बंद करने के फैसले की आलोचना की है. श्री अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार के इस फैसले से पश्चिम बंगाल के साथ-साथ झारखंड, बिहार, ओड़िशा, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के व्यवसाय प्रभावित हो रहा है. श्री अधिकारी ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ने बदला लेने की रणनीति के तहत राज्य पुलिस से बंगाल-झारखंड सीमा को सील करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने झाड़ग्राम के चिचिरा और पश्चिम बर्दवान के कुल्टी में राष्ट्रीय राजमार्ग को अवैध रूप से अवरुद्ध कर दिया है. श्री अधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री ले जाने वाले ट्रकों के अलावा झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से सामान्य व्यवसायिक सामग्री ले जानेवाले ट्रकों को भी अवैध रूप से राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध करके रोका जा रहा है. इसके अलावा जिन स्थानों पर पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवरोधक लगाये गये हैं, वे मुख्य सड़कें पश्चिम बंगाल और उत्तर पूर्व को देश के उत्तरी हिस्से से जोड़ती हैं और इसके परिणामस्वरूप देश का उत्तर पूर्वी हिस्सा पूरी तरह से कट गया है. श्री अधिकारी ने आशंका जाहिर की है कि इससे उत्तर पूर्व भारत में आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति का संकट पैदा हो सकता है. श्री अधिकारी ने आगे कहा कि उन्होंने इसे लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस को पत्र लिख कर हस्तक्षेप करने की मांग की है. इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अध्यक्ष, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव व केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल में राज्य पुलिस अधिकारियों द्वारा की जा रही ज्यादतियों के बारे में अवगत कराया है और उनसे यथाशीघ्र सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उचित कदम उठाने का आग्रह किया है.
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