Akhil Giri : महिला वन अधिकारी पर अपनी अपमानजनक टिप्पणी पर पश्चिम बंगाल के मंत्री और टीएमसी नेता अखिल गिरी ने कहा, मैं कुछ नहीं कहूंगा. पार्टी ने मुझे कैबिनेट से इस्तीफा देने का आदेश दिया और मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है. मैंने आज मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफ सौंप दूंगा. मैं विधानसभा का सदस्य हूं, विधानसभा सत्र का आखिरी दिन है, इसलिए मैं वहां जा रहा हूं. वन विभाग की ओर से जो शिकायत करनी है करें.मुझे किसी से कोई शिकयात नहीं है. मुझे मंत्रालय छोड़ने का भी कोई अफसोस नहीं है. विपक्ष को बोलने दीजिए मुझे उससे भी कोई फर्क नहीं पड़ता है.
अखिल गिरी पिछले शनिवार से ही सुर्खियों में हैं
अखिल गिरी पिछले शनिवार से ही सुर्खियों में हैं. उन्होंने वन विभाग के अधिकारी पर जो टिप्पणी की उससे तृणमूल असहज हो गयी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्री पद से इस्तीफा देने का आदेश दिया था. उस आदेश का पालन करते हुए अखिल गिरी आज सोमवार को कोलकाता पहुंचे है.
अखिल गिरी ने कहा, नहीं मांगेंगे महिला अधिकारी से माफी
मंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा के बाद अखिल गिरि ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह वन विभाग की महिला अधिकारी से माफी नहीं मांगेंगे. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं है, क्योंकि अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने किसी भी सरकारी अधिकारी के समक्ष माफी नहीं मांगी है. सूत्रों की मानें, तो माफी नहीं मांगे जाने पर पार्टी उनपर अगला कदम तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी के निर्देश के बाद उठायेगी. इधर, गिरि का आरोप है कि लोगों के प्रति महिला वन अधिकारी का व्यवहार ठीक नहीं रहा. यदि, वह हस्तक्षेप नहीं करते, तो हालात बिगड़ सकता था. उन्होंने कहा कि मंत्री पद उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है. वह आम जनता के हित के लिए लड़ाई और काम करना जारी रखेंगे.
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