सरकारी अस्पतालों में सीसीटीवी लगाने के लिए की गयी खरीद में अनियमितता के आरोप
बता दें कि स्वास्थ्य भवन ने राज्य के 28 मेडिकल कॉलेजों में 6178 सीसीटीवी लगाये जाने की घोषणा की थी. सरकारी कंपनी वेबेल को 14 मेडिकल कॉलेजों में 3165 सीसीटीबी कैमरे लगाने का टेंडर दिया गया है.
राज्य के 28 मेडिकल कॉलेजों में 6178 सीसीटीवी लगाने की है योजना कोलकाता. राज्य के 26 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में लगाये जा रहे सीसीटीवी की खरीद में भारी अनियमितता बरतने के आरोप लगा है. आरोप है कि एक ही प्रोजेक्ट के तहत अलग-अलग कीमतों पर सीसीटीबी कैमरे खरीदे गये हैं. बता दें कि स्वास्थ्य भवन ने राज्य के 28 मेडिकल कॉलेजों में 6178 सीसीटीवी लगाये जाने की घोषणा की थी. सरकारी कंपनी वेबेल को 14 मेडिकल कॉलेजों में 3165 सीसीटीबी कैमरे लगाने का टेंडर दिया गया है. बता दें कि वेबल, कोलकाता के पांच समेत राज्य के कुल 14 मेडिकल कॉलेजों में 3013 कैमरे लगाये जा रहे हैं. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन मेडिकल कॉलेजों में लगाये जाने वाले प्रति सीसीटीबी कैमरे की कीमत लाखों में है. वहीं, लोक निर्माण विभाग द्वारा लगाये जाने वाले प्रति कैमरों की कीमत 60 हजार है. वहीं, आरामबाग मेडिकल कॉलेज में प्रति कैमरे की कीमत 3 लाख 51 हजार 974 रुपये बतायी गयी है. झाड़ग्राम में प्रति सीसीटीबी कैमरे की कीमत एक लाख 65 हजार 400 रुपये है. एसएसकेएम में प्रति कैमरे की कीमत 61 हजार 393 रुपये बतायी गयी है. एसएसकेएम में सीसीटीबी कैमरे लगाये जाने का जिम्मा लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है. बताया जाता है कि आरामबाग-झाड़ग्राम में वेबेल द्वारा कैमरे लगाये जा रहे हैं. दो सरकारी एजेंसियों के टेंडर मूल्य में इतना अंतर क्यों. हालांकि इस मामले को लेकर अब तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है.
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