विरोध रैली पर हमला, महिलाओं से बदसलूकी और मारपीट का भी आरोप

हमले में घायल पीड़ितों ने हमलावरों को स्थानीय तृणमूल पार्षद का करीबी बताया है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 3, 2024 1:07 AM

कोलकाता. आरजी कर की घटना को लेकर मंगलवार की रात दक्षिण कोलकाता में निकाली गयी विरोध रैली में शामिल महिलाओं पर अज्ञात लोगों द्वारा हमला करने का आरोप है. हमले में घायल पीड़ितों ने हमलावरों को स्थानीय तृणमूल पार्षद का करीबी बताया है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि मंगलवार रात कोलकाता के वार्ड नंबर 115 के पार्षद रत्ना सूर ने खुद उन पर हाथ उठाया. घटना करुणामयी चौरास्ता के पास हुई. इस घटना के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने हरिदेवपुर थाने में विरोध प्रदर्शन किया, हालांकि पार्षद ने सभी आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने दावा किया कि आंदोलनकारियों ने उन्हें पीटा और दुर्व्यवहार किया. इस घटना के बाद दोनों पक्ष की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. क्या था मामला : बताया जा रहा है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के विरोध में मंगलवार रात कोलकाता के विभिन्न हिस्सों में विरोध मार्च निकाला गया था. टाॅलीगंज के करुणामयी इलाके में भी जुलूस निकाला गया. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि अचानक पार्षद और उसके लोगों ने वहां घात लगाकर हमला कर दिया. एक प्रदर्शनकारी महिला ने कहा, हम शांतिपूर्वक मार्च कर रहे थे. अचानक करुणामयी बाजार के पास आसपास की झोपड़ियों से कुछ लोग वहां आये और उनके साथ धक्का-मुक्की करने लगे. इसके बाद जमकर मारपीट शुरू कर दी. उक्त प्रदर्शनकारी महिला उस घटना को फेसबुक पर लाइव करने लगी, तो उसे सड़क पर धक्का देकर गिरा दिया गया और उसकी पिटाई की गयी. महिला ने आगे कहा, पार्षद रत्ना सूर ने खुद उन पर हाथ उठाया. उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का भी आरोप लगाया है. उनकी यह भी शिकायत थी कि मारपीट के दौरान वहां ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों से कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया, तो उन्होंने इनकार कर दिया. एक प्रदर्शनकारी ने कहा- आरजी कर की घटना के विरोध में पुलिस की अनुमति से वह मार्च कर रहे हैं. अचानक कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और पीटना शुरू कर दिया. इधर, पार्षद रत्ना सूर का दावा है, उन्हें उस जुलूस के बारे में पता नहीं था. उन्होंने झमेला होता देख बीच बचाव करने गयीं. इस दौरान उन पर भीड़ ने हमला कर दिया. तृणमूल पार्षद ने कहा- उन्हें कुछ पता नहीं था. वह झगड़ा होता देख वहां पहुंची थीं. वह उन लड़कियों (आंदोलनकारियों) को एक तरफ हटने को कह रही थीं. तृणमूल पार्षद ने कहा, उन्होंने केवल एक ही बात कही थी, हमारा एक होर्डिंग आ रहा है, सड़क को अवरुद्ध न करें. हम 10-12 लोग थे. मुझे नहीं पता कि अचानक इतने सारे लोग कहां से आ गये.

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