‘अगले वर्ष विस चुनाव से पहले बढ़ेगा लक्खी भंडार का आवंटन’: दिलीप घोष

न्य राज्य 50-52% डीए दे रहे हैं और आप केवल 18% डीए दे रहे हैं

By Prabhat Khabar News Desk | February 14, 2025 12:38 AM

हुगली. राज्य सरकार के बजट में लक्खी भंडार के लिए कोई घोषणा नहीं की गयी, लेकिन भाजपा के पूर्व सांसद दिलीप घोष ने कहा कि इसका आवंटन जरूर बढ़ेगा. राज्य बजट में बंगाल के 16 लाख लाभार्थियों के लिए 9,600 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. राज्य सरकार को इंगित करते हुए दिलीप घोष ने कहा : केंद्र सभी राज्यों को उनकी हिस्सेदारी के अनुसार पैसा दे रहा है. अन्य राज्य 50-52% डीए दे रहे हैं और आप केवल 18% डीए दे रहे हैं. लेने में बंगाल आगे है, हर दिन मीटिंग-मोर्चा करते हैं कि मोदी पैसा नहीं दे रहे, लेकिन देने की बारी आयी, तो हाथ उल्टा कर लिया. भाजपा नेता ने कहा : लक्खी भंडार बिना किसी अतिरिक्त आवंटन के शुरू हुआ था और अब भी चल रहा है, लेकिन 2026 के चुनाव से पहले इसका बजट जरूर बढ़ेगा, क्योंकि चुनावी बजट इसी तरह बनाये जाते हैं. घाटाल मास्टर प्लान को लेकर सरकार को घेरा : गंगासागर ब्रिज और घाटाल मास्टर प्लान को लेकर उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा : 14 साल बाद अब 500 करोड़ रुपये देने की बात हो रही है, जबकि केंद्र तो पहले से ही पैसा देने को तैयार है. मास्टर प्लान 1,200 करोड़ रुपये में अटका हुआ है, लेकिन आप अपना हिस्सा नहीं दे रहे. अगले साल आप रहेंगे या नहीं, यह भी तय नहीं. राज्यवासियों को नहीं मिल रहा पीएम आवास योजना का लाभ : प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 72 लाख घरों के लिए पैसे भेज रही है, लेकिन राज्य सरकार केवल 16 लाख घरों के लिए ही आवंटन कर रही है. उन्होंने कहा : बाकी 56 लाख लोग किस गलती की सजा भुगत रहे हैं? केंद्र से पैसा आ रहा है, लेकिन आप उसे रोक कर अपने नाम से चला रहे हैं. इससे बंगाल के लोग ही वंचित हो रहे हैं. बंगाल को बांग्लादेश बनाने की हो रही तैयारी दिलीप घोष ने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा : आप उद्योग के लिए 1,400 करोड़ रुपये, उत्तर बंगाल के विकास के लिए 800 करोड़ और मदरसों के लिए 5,600 करोड़ रुपये दे रहे हैं. क्या आप सरकारी स्कूल बंद करके सिर्फ मदरसे खोलना चाहते हैं? जहां छात्र और शिक्षक नहीं हैं, उन स्कूलों को बंद कर दीजिये. अब मदरसे बनेंगे और बंगाल बांग्लादेश बनेगा, इसी दिशा में राज्य को ले जाया जा रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version