राज्यपाल से अमरेंद्र ब्रह्मचारी विश्व सेवा संघ के प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात
चिन्मय दास को मुक्त कराने की मांग
चिन्मय दास को मुक्त कराने की मांग
कोलकाता. बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं. इसके प्रतिवाद में अपनी कई मांगों को लेकर रविवार को अमरेंद्र ब्रह्मचारी विश्व सेवा संघ के प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में जाकर राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस से मुलाकात की. अमरेंद्र ब्रह्मचारी विश्व सेवा संघ के प्रधान ने कहा कि पांच मांगों के साथ प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की. राज्यपाल को दिये गये ज्ञापन में संघ की ओर से मांग की गयी है कि इस्कॉन के संन्यासी चिन्मय दास को बिना किसी अपराध के बंदी बनाया गया है. उन्हें मुक्त करवाने की मांग की गयी. इसमें राज्यपाल से हस्तक्षेप करने की मांग की गयी है. साथ ही सभी अधिकृत साधुओं को आइ कार्ड दिये जाने का मसला उठाया गया, ताकि साधुओं के वेष में घूम रहे आतंकियों को चिह्नित किया जा सके. संघ के प्रतिनिधिदल का कहना है कि बांग्लादेश में बंदी बनाये गये संन्यासी चिन्मय दास की दो जनवरी को मुक्ति की मांग को दोहराया गयी है. अगर दो जनवरी तक मुक्ति नहीं दी गयी, तो सभी सदस्य आंदोलन करेंगे. उन्होंने भारत सरकार से उनकी मुक्ति के लिए सही कदम उठाने का आग्रह किया. उनका कहना है कि वह बांग्लादेश नहीं जा सकते, लेकिन बेलडांगा में भी नहीं जा पा रहे हैं. इस समस्या की ओर राज्य व केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करने की अपील राज्य सरकार से की गयी है. संघ के सदस्यों ने कहा कि राज्यपाल उनकी मांगों पर सहमत हुए और इसमें सहयोग देने का आश्वासन भी दिया.
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