कोलकाता. जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन का मुख्य चेहरा और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो को गुरुवार दोपहर अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है. मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों ने बताया कि भूख हड़ताल पर रहने के कारण उनकी शारीरिक स्थिति गंभीर हो गयी थी. लेकिन फिलहाल स्थिति स्थिर है और सुधार भी हो रहा है, इसीलिए उन्हें अस्पताल से छुट्टी देने का फैसला लिया गया. हालांकि, ब्लड प्रेशर की दवा जारी रहेगी. डॉक्टरों ने अनिकेत को उपवास नहीं करने की सलाह दी है. ज्ञात हो कि जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल पांच अक्तूबर से चल रही है. वहीं, अनिकेत छह अक्तूबर से धर्मतला के ‘आमरण अनशन’ में शामिल हुए थे और 10 अक्तूबर को भूख हड़ताल के दौरान वह बीमार पड़ गये थे. इसके बाद अनिकेत को आरजी कर अस्पताल में भर्ती कराया गया. अनिकेत को पहले सीसीयू में रखा गया था. बाद में उन्हें एचडीयू में स्थानांतरित कर दिया गया जहां उनकी हालत में कुछ सुधार हुआ. अब सात दिन बाद आखिरकार उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है.अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अनिकेत ने कहा कि डॉक्टरों ने कुछ सलाह दी है, उन सुझावों को मानूंगा. आंदोलन के साथ हूं. अपने साथी जूनियर डॉक्टरों से बात करने के बाद आगे का निर्णय लूंगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है