कोलकाता. आमरण अनशन पर बैठे एक जूनियर डॉक्टर की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसे एसएसकेएम (पीजी) के क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती कराया गया है. बीमार जूनियर डॉक्टर का नाम अर्नब मुखोपाध्याय है. वह पीजी अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग में प्रथम वर्ष के पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर हैं. जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन पांच अक्तूबर से चल रहा था. डॉ अर्नब मुखोपाध्याय लगातार 17 दिन से अनशन पर थे. बाथरूम जाने के दौरान अर्नब की तबीयत बिगड़ी. इसके बाद उन्हें पीजी ले जाया गया. पांच अक्तूबर से जारी था आमरण अनशन : पांच अक्तूबर से धर्मतला में ”आमरण अनशन” चल रह था, जहां मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर स्निग्धा हाजरा, केपीसी मेडिकल कॉलेज की डॉ सायंतनी घोष हाजरा, एसएसकेएम के अर्नब मुखोपाध्याय, कलकत्ता मेडिकल कॉलेज की तनया पांजा, नीलरतन सरकार मेडिकल कॉलेज के पुलस्त्य आचार्य, कलकत्ता मेडिकल कॉलेज के डॉ अनुष्टुप मुखोपाध्याय पहले दिन से ही भूख ड़ताल पर बैठे थे. अगले दिन छह अक्तूबर को आरजी कर अस्पताल के जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो धर्मतला में भूख हड़ताल में शामिल हुए थे. इसके साथ ही नॉर्थ बंगाल डेंटल कॉलेज के सौविक बनर्जी और नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के आलोक वर्मा नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज में ””आमरण अनशन”” पर बैठे थे. इस दौरान महानगर में सात और नाॅर्थ बंगाल के एक चिकित्सक की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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