तिहाड़ से घर लौटने पर बोले अनुब्रत मंडल- मैं हमेशा दीदी के साथ हूं

पशु तस्करी सहित कई मामलों में दिल्ली की तिहाड़ जेल में दो साल बिताने के बाद मंगलवार सुबह बीरभूम के बोलपुर स्थित अपने घर लौटे तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल ने पार्टी सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति अपना अटूट समर्थन जताया

By Prabhat Khabar News Desk | September 25, 2024 1:47 AM

बोलपुर. पशु तस्करी सहित कई मामलों में दिल्ली की तिहाड़ जेल में दो साल बिताने के बाद मंगलवार सुबह बीरभूम के बोलपुर स्थित अपने घर लौटे तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल ने पार्टी सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति अपना अटूट समर्थन जताया. मंडल जब बोलपुर शहर के निचुपट्टी इलाके में अपने घर पहुंचे तो समर्थकों ने पारंपरिक शंख एवं ढोल बजाकर तथा ‘हरे रंग का गुलाल’ लगाकर उनका जोरदार स्वागत किया. उन्होंने घर के बाहर पत्रकारों से बातचीत में ममता बनर्जी के प्रति अपना स्नेह जाहिर किया. इस दौरान मंडल के साथ उनकी बेटी सकुन्या भी मौजूद थीं. अनुब्रत मंडल ने कहा: मैं दीदी के साथ था और हमेशा उनके साथ रहूंगा. मैं उन्हें दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं देता हूं. उनसे जब पूछा गया कि वह मुख्यमंत्री से कब मुलाकात करेंगे, तो उन्होंने कहा, ‘अभी मेरी तबीयत ठीक नहीं है. मेरे पैरों और कमर में दर्द है.’ अनुब्रत मंडल, ममता बनर्जी के विश्वासपात्र माने जाते हैं. वह अक्सर अनुब्रत मंडल को उनका उपनाम ‘केष्टो’ कहकर संबोधित करती हैं. पार्टी के एक स्थानीय नेता ने कहा, ‘यहां के निवासी चाहते थे कि मंडल को यह महसूस हो कि उनकी कमी खल रही है, इसलिए कई चौराहों पर स्वागत द्वार बनाये गये हैं और बोलपुर शहर में होर्डिंग लगाये गये हैं.’’

बताया गया है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) और प्रवर्तन निदेशालय (इडी) मंडल एवं उनकी बेटी की संपत्तियों, भूमि लेनदेन और कारोबार से संबंधित मामलों की जांच कर रही हैं.

मंडल बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष थे और अगस्त 2022 में उनकी गिरफ्तारी के बाद से वहां किसी को भी नया अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया गया है. एक कोर टीम पार्टी की गतिविधियों पर नजर रख रही है. उच्चतम न्यायालय ने इस साल जुलाई में अनुब्रत मंडल को इस शर्त पर जमानत दे दी कि वह अपना पासपोर्ट जमा करायेंगे और सीबीआइ के साथ जांच में सहयोग करेंगे.

हालांकि कथित मवेशी तस्करी घोटाला मामले में इडी की जांच के चलते वह तिहाड़ जेल में ही रहे.

गिरफ्तारी के दो साल बाद आखिरकार मंडल को 20 सितंबर को इडी के मामले में जमानत मिल गयी.

इन अपराधों में सहयोग करने की आरोपी उनकी बेटी सुकन्या को अप्रैल 2023 में गिरफ्तार किया गया था. उन्हें दिल्ली की अदालत ने 10 सितंबर को जमानत दी थी.

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