Sukanya Mondal : तृणमूल नेता अनुब्रत मंडल की बेटी सुकन्या मंडल (Sukanya Mondal) को करीब 15 महीने बाद जमानत मिल गई है. दिल्ली हाई कोर्ट ने बुधवार को उन्हें जमानत दे दी. सुकन्या का नाम गौ तस्करी मामले में संपत्ति के सवाल पर जुड़ा था. जवाब न दे पाने के कारण उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. आखिरकार वह जेल से बाहर आने वाली है. ईडी सूत्रों के मुताबिक, अनुब्रत की ज्यादातर बड़ी संपत्तियां सुकन्या के नाम पर थीं. सुकन्या के पिता अनुब्रत को इसी मामले में साढ़े आठ महीने पहले गिरफ्तार किया गया था, तभी से उनकी पुत्री सुकन्या जांचकर्ताओं की नजर में थी.
सुकन्या को सीबीआई ने पूछताछ के लिए कई बार बुलाया था दिल्ली
अगस्त 2022 में अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद सुकन्या को सीबीआई ने पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया था. उनका दावा है कि अनुब्रत-पुत्री के पास अकूत संपत्ति की जानकारी थी. लेकिन वह सवाल का जवाब नहीं दे रहे थी. सुकन्या ने कहा कि संपत्ति से जुड़े सभी सवालों का जवाब केवल उनके पिता और अकाउंटेंट (तत्कालीन) मनीष कोठारी (जो ईडी की हिरासत में हैं) ही दे सकते हैं. इसी वजह से अनुब्रत और सुकन्या को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई थी. 26 अप्रैल 2023 को ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद सुकन्या को भी अपने पिता की तरह तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया. वहां से उन्होंने कई बार जमानत के लिए आवेदन किया.
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बीरभूम जिले के तृणमूल कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह
सुकन्या की जमानत पर रिहाई की खबर फैलते ही बीरभूम जिले के तृणमूल कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा गया. तृणमूल नेताओं के शब्दों में, हमारे लिए यह निस्संदेह एक राहत भरी खबर है. हम अनुब्रत मंडल की रिहाई का इंतजार कर रहे हैं.हमें यह भी उम्मीद है कि यह जल्द ही होगा.अनुब्रत बीरभूम जिले के तृणमूल कांग्रेस पार्टी में हमेशा से ही महत्वपूर्ण और मजबूत नेता के तौर पर जाने जाते रहे हैं. उनकी और उनकी बेटी की गिरफ्तारी पर हंगामा मच गया था. वहीं, सुकन्या की जमानत पर रिहाई की खबर से स्थानीय तृणमूल समर्थकों में उत्साह और उमंग देखी जा रही है.
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