कोलकाता.
आरजी कर कांड की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के अधिकारी मामले से जुड़े हर तथ्यों का पता लगाने में जुटे हैं. घटना वाले दिन अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों से भी पूछताछ का सिलसिला जारी है. गुरुवार को भी सीबीआइ के अधिकारियों ने अस्पताल के दो कर्मचारियों से पूछताछ की. इस दिन वे सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ कार्यालय हाजिर हुए थे. इस मामले की जांच के तहत पीड़िता का पोस्टमार्टम करने वाली टीम के प्रमुख अपूर्व विश्वास और अस्पताल के मुर्दाघर के दो अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ हो चुकी है. यह बात सामने आ रही है कि पोस्टमॉर्टम में तेजी लाने के लिए दबाव डाला गया था. यह आरोप मृतका के एक परिचित व ”काकू” नामक एक शख्स ने डाला था. सूत्रों की मानें, तो पोस्टमार्टम के दौरान एक युवा चिकित्सक ने संदेह के आधार पर अपने मोबाइल फोन से पोस्टमार्टम की 15 तस्वीरें खींची थीं, जो अब इस मामले की जांच में अहम कड़ी साबित हो सकती हैं.इन तस्वीरों को जांच के लिए फॉरेंसिक विभाग भेजा गया है. यह भी बात सामने आयी है कि जिस दिन मृतका का पोस्टमार्टम किया जा रहा था, उस दिन तीन सदस्यीय टीम में शामिल एक चिकित्सक ने सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम करने पर आपत्ति जतायी थी.
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