मंजूरी के बाद भी केंद्र से नहीं मिली राशि : ममता बनर्जी
स्वीकृति के बावजूद केंद्रीय आर्थिक अनुदान नहीं मिलने का सीएम ने लगाया आरोप
स्वीकृति के बावजूद केंद्रीय आर्थिक अनुदान नहीं मिलने का सीएम ने लगाया आरोप कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम और पूर्व मेदिनीपुर जिले में घाटाल मास्टर प्लान और उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा के लिए बाढ़ प्रबंधन योजना को क्रमश: 1,238.95 करोड़ रुपये और 496.70 करोड़ रुपये की निवेश मंजूरी के साथ स्वीकृति दी गयी है. उन्होंने आरोप लगाया कि इन परियोजनाओं को 14 मार्च को सीमावर्ती क्षेत्रों में नदी प्रबंधन गतिविधियों (आरएमबीए) के तहत 100 फीसदी केंद्रीय अनुदान के लिए मंजूरी मिलने के बावजूद कोई धनराशि नहीं जारी हुई है. ममता ने कहा, “केंद्रीय सहायता प्राप्त करने में देरी और लंबी मूल्यांकन प्रक्रिया वैज्ञानिक तरीके से बड़े पैमाने पर बाढ़ प्रबंधन की आवश्यकता को कमतर कर रही है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में 449.57 करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन अपर्याप्त है, जिससे यह पुष्टि होती है कि बाढ़ प्रबंधन केंद्र सरकार के लिए प्राथमिकता वाला क्षेत्र नहीं है.”मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से मामले में व्यक्तिगत रूप से दखल देने का आग्रह किया है. इससे पहले मोदी को 20 सितंबर को लिखे पत्र में ममता ने दावा किया था कि राज्य में 50 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. उन्होंने बड़े पैमाने पर मची तबाही से निपटने के लिए प्रधानमंत्री से केंद्रीय धनराशि को तुरंत मंजूरी देने और जारी करने का आग्रह किया था. पत्र के जवाब में पाटिल ने कहा था कि पानी छोड़ने का जिम्मा दामोदर घाटी जलाशय विनियमन समिति (डीवीआरआरसी) पर होता है, जिसमें केंद्रीय जल आयोग, पश्चिम बंगाल, झारखंड और डीवीसी के प्रतिनिधि शामिल हैं. बाढ़ पीड़ितों को दी जा रही है हर संभव सहायता : सांसद पार्थ भौमिक बैरकपुर. राज्य के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. रविवार को नैहाटी नगरपालिका की ओर से घाटाल के बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री भेजी गयी. मौके पर बैरकपुर के सांसद पार्थ भौमिक ने कहा कि राहत सामग्री घाटाल के पुलिस अधीक्षक के पास भेजी गयी है. वहां से बाढ़ प्रभावित इलाकों में भेजी जायेगी. पार्थ ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 24 घंटे कार्य कर रही है. उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सिर्फ भाषण से कोई बड़ा नेता नहीं बन सकता. ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में बाढ़ पीड़ितों की हर संभव सहायता के लिए तृणमूल कांग्रेस तत्पर है और रहेगी. सरकारी बदइंतजामी का नतीजा है राज्य में बाढ़ : शमिक भट्टाचार्य दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद शमिक भट्टाचार्य ने ममता पर लोगों की तकलीफ कम करने के प्रयास के बजाय बाढ़ के मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा- नदियों की सफाई ठीक से नहीं की गयी. तृणमूल नेताओं ने जमीन बेच दी और जलाशयों को पाट दिया. मौजूदा स्थिति मुख्यमंत्री की बदइंतजामी का नतीजा है.”
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