कोलकाता. पुलिस की सुरक्षा में पंचायत समिति कार्यालय में अराबुल इस्लाम पहुंचेंगे. अदालत का निर्देश है कि सप्ताह में वह दो दिन भांगड़ बीडीओ दफ्तर में रहेंगे. इस वर्ष आठ फरवरी को अराबुल इस्लाम को भांगड़ डिविजन के विजयगंज बाजार थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पंचायत चुनाव के दौरान आइएसएफ के एक कार्यकर्ता की हत्या के मामले में अराबुल का नाम जुड़ा था. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था. पांच महीने तक जेल में रहने के बाद दो जुलाई को जमानत पर रिहा हुए थे. तृणमूल ने भांगड़ दो ब्लॉक के संयोजक पद से भी उन्हें हटा दिया था. जमानत मिलने के बाद भी वह पंचायत समिति दफ्तर में अब तक नहीं गये थे. 10 महीने बाद वह सोमवार को दफ्तर में प्रवेश करेंगे, लेकिन अराबुल के विरोधी विधायक शौकत मोल्ला के करीबी खाइरुल इस्लाम किसी भी कीमत पर अराबुल को दफ्तर में आने देने के पक्ष में नहीं हैं. ऐसे में भांगड़ में फिर से हंगामा होने की आशंका जतायी जा रही है. इलाके में पुलिस सुरक्षा कड़ी की जा रही है.
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