संवाददाता, कोलकाता.
पूर्व रेलवे मुख्यालय फेयरली प्लेस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद देउस्कर ने वर्ष 2024-2025 के दौरान रेलवे जोन के उत्कृष्ट प्रदर्शन की जानकारी दी. उन्होंने सुरक्षा बढ़ाने, यात्री सेवाओं में सुधार, ट्रेनों की पंच्युलिटी बढ़ाने जैसे बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी लाने में की गयी महत्वपूर्ण प्रगति पर जोर दिया. उपलब्धियों और नेटवर्क में परिचालन को बेहतर बनाने के लिए किये जा रहे निरंतर प्रयासों की जानकारी दी.
जीएम ने बताया कि हावड़ा मंडल में हावड़ा से छोटा अंबाना सेक्शन में कवच प्रणाली शुरू करने के लिए काम जोरों पर चल रहा है. पांच जनवरी को इस सेक्शन के हावड़ा से बर्दवान स्टेशन तक के एक हिस्से में किया गया. उम्मीद है कि बर्दवान से छोटा अंबाना सेक्शन में परीक्षण मार्च में होगा. ट्रेनों की सुरक्षित यात्रा के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है.
देउस्कर ने बताया कि पूर्व रेलवे हमेशा सुरक्षा को प्राथमिकता देता है और सुरक्षा के मुद्दों पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाता है. इस वर्ष अब तक कोई दुर्घटना नहीं हुई है. इस वर्ष सुरक्षा में सुधार के लिए कई कार्य पूरे किये गये हैं. जैसे- मसाग्राम और शक्तिगढ़ के 11.2 किमी के बीच स्वचालित सिग्नलिंग का काम पूरा किया गया. सीमित ऊंचाई वाले सब-वे और रोड ओवरब्रिज (आरओबी) के साथ मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग को खत्म किया दिया गया है. आठ लेवल क्रॉसिंग गेटों को इंटरलॉक किया गया, जबकि 167 नॉन-इंटरलॉक्ड गेटों पर वॉयस लॉगर टेलीफोन स्टॉल किया गया.
जीएम ने बताया कि इस साल सुरक्षा के क्षेत्र में कई बड़े सुधार किये गये हैं, जिसमें ऑटोमेटिक सिग्नलिंग की स्थापना और नये रोड ओवरब्रिजों का निर्माण शामिल है. प्लेटफॉर्म का विस्तार, नयी वंदे भारत एक्सप्रेस सेवाओं की शुरुआत और बढ़ती यात्री मांग को पूरा करने के लिए ट्रेनों की संख्या में वृद्धि के साथ यात्री सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार किये गये हैं.
उल्लेखनीय रूप से ट्रेनों की समयबद्धता में सभी स्तरों पर सुधार हुआ है. साथ ही यात्रियों के लिए संवेदनशील ट्रेनों के समय पर चलने में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गयी है. नयी लाइनें, टर्मिनल विकास और गति वृद्धि सहित कई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं सफलतापूर्वक पूरी की गयी हैं. इससे पूर्व रेलवे की समग्र परिचालन दक्षता में योगदान मिला है.
वित्तीय वर्ष 2024-25 में अबतक पूर्व रेलवे द्वारा अर्जित किये गये आय-व्यय की जानकारी देते हुए जीएम ने बताया कि पूर्व रेलवे में माल लदान ही नहीं यात्री यातायात में भी निरंतर वृद्धि देखी जा रही है. इस वित्तीय वर्ष में दिसंबर तक पूर्व रेलवे का यात्री यातायात पिछले वर्ष की इसी अवधि के 855 मिलियन की तुलना में 918 मिलियन दर्ज किया गया. इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से दिसंबर के दौरान माल लदान भी बढ़कर 71 मिलियन टन हो गया. चालू वित्त वर्ष में दिसंबर तक कुल राजस्व बढ़कर 10163 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले वर्ष यह 8420 करोड़ रुपये ही था. इसके अलावा, यात्री सुरक्षा के लिए वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) के तहत 140 स्टेशनों पर 3400 कैमरे लगाए गये. मौके पर एजीएम सुमित सरकार, प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक सौमित्रा विश्वास, आरपीएफ के महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त परमशिव आदि मौजूद थे.
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