मेडिकल कॉलेजों में हाउस स्टाफ की नियुक्ति पर लगी रोक
राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में फिलहाल हाउस स्टॉफ की नियुक्ति पर रोक लगा दी गयी है
कोलकाता. राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में फिलहाल हाउस स्टॉफ की नियुक्ति पर रोक लगा दी गयी है. इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक द्वारा आदेश जारी किया गया है. हालांकि इस फैसले के पीछे स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई कारण नहीं बताया गया है. हालांकि सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य में नौ अगस्त से जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है. इस वजह से स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस निर्देश को जारी किया गया है. बता दें कि, एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त कर चुके मेडिकल स्टूडेंट्स हाउस स्टाफ के तौर पर नियुक्त किये जाते हैं. हाउस स्टाफ के पद पर काम करनेवाले चिकित्सकों को इंडोर वार्ड में चिकित्सक के सहायक के तौर पर कार्य करना होता है. इस पद पर कार्य करनेवाले चिकित्सक संबंधित विभिन्न विषयों की प्रैक्टिस कर पाते हैं. मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले चिकित्सकों के लिए हाउस स्टॉफ प्रथम स्टेज माना जाता है. ऐसे चिकित्सकों की नियुक्ति स्थानीय तौर पर विभिन्न मेडिकल कॉलेजों द्वारा की जाती है. नोटिस के अनुसार, अधिसूचना संख्या दिनांक 24.04.2024 और 23.04.2024 के तहत हाउस स्टाफ की भर्ती को राज्य स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा रद्द कर दिया गया है. बता दें कि 24 अप्रैल को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हाउस स्टाफ की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की गयी थी. कुल 84 पदों के लिए विज्ञापन जारी हुआ था. इसके अतिरिक्त, 23 अप्रैल को जलपाईगुड़ी सरकारी मेडिकल कॉलेज में नौ पदों के लिए हाउस स्टाफ की भर्ती का उल्लेख किया गया था. हालांकि, विभाग ने अब इस भर्ती को अगली सूचना तक रद्द कर दिया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है