छह को बंगाल विधानसभा का सत्र रहेगा स्थगित
बंगाल विधानसभा के इतिहास में यह पहली बार है कि जब छह दिसंबर को कार्यवाही बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
कोलकाता. अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाये जाने की बरसी यानी 6 दिसंबर को विरोधस्वरूप बंगाल विधानसभा के चालू शीतकालीन सत्र की कार्यवाही स्थगित रहेगी. मंगलवार को विधानसभा की कार्य मंत्रणा (बिजनेस एडवाइजरी) समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया. बंगाल विधानसभा के इतिहास में यह पहली बार है कि जब छह दिसंबर को कार्यवाही बंद रखने का निर्णय लिया गया है. शीतकालीन सत्र 10 दिसंबर तक चलेगा. गौरतलब है कि छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाया गया था. तभी से ममता बनर्जी विरोध स्वरूप उस दिन को ”एकजुटता दिवस” के रूप में मनाती आ रही हैं. 2011 में बंगाल की सत्ता में आने के बाद भी मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के आदेश पर हर साल छह दिसंबर को पार्टी स्तर पर कार्यक्रम होता है. इस बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है. हालांकि शीतकालीन सत्र पहले भी इस दिन आयोजित होता रहा है, लेकिन छह दिसंबर को कभी छुट्टी नहीं होती थी. विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर ”एकजुटता दिवस” मनाने का कोई कार्यक्रम नहीं होता था. दूसरी ओर, मुख्य विपक्षी दल भाजपा के विधायकों ने इस निर्णय का कड़ा विरोध करते हुए सदन में जमकर नारेबाजी की और जय श्रीराम के नारे लगाये. मंगलवार को दूसरे हाफ में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने यह मुद्दा उठाते हुए छह दिसंबर को विधानसभा स्थगित रखने का कारण पूछा? सदन में भाजपा विधायकों के विरोध प्रदर्शन के बीच आसन पर मौजूद विधानसभा उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह कार्य मंत्रणा समिति का निर्णय है. इसके बाद सत्तारूढ़ तृणमूल के विधायकों ने शुभेंदु की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में क्यों नहीं आते हैं? भाजपा विधायकों की नारेबाजी पर बाद में संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने शुभेंदु पर निशाना साधते हुए कहा कि जो विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में नहीं आते हैं, उन्हें यह सवाल पूछने का कोई अधिकार नहीं है. बाद में शुभेंदु ने आरोप लगाया कि 2026 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर वोट की राजनीति और अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के लिए ममता सरकार ने छह दिसंबर को कार्यवाही स्थगित रखने का निर्णय लिया है. शीतकालीन सत्र में पेश होंगे दो बिल : बता दें कि बीएम कमेटी की बैठक में विधानसभा की कार्यवाही फिलहाल 10 दिसंबर तक जारी रखने का निर्णय लिया गया. हालांकि शीतकालीन सत्र को एक दो दिन और बढ़ाया जा सकता है. इस दौरान 9 दिसंबर को वेस्ट बंगाल म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (संशोधन) बिल, 2024 और वेस्ट बंगाल म्यूनिसिपल (संशोधन) बिल 2024 को 10 दिसंबर विधानसभा में पेश कर पारित कराया जायेगा.
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