Bengal Bandh: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद हत्या के खिलाफ जारी आंदोलन पर पुलिसिया दमन के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 12 घंटे का बंद बुलाया है. सुबह 6 बजे से बंद समर्थक सड़कों पर उतर गए. रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया. बुधवार (28 अगस्त) को 12 घंटे के बंद के दौरान क्या-क्या बंद है और क्या खुला है, यह जानना जरूरी है.
सरकार का दावा- सरकारी ऑफिस, बैंक, स्कूल सब खुले रहेंगे
इससे पहले आपको बताते हैं कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने भाजपा के इस बंद को अवैध करार दे दिया है. साथ ही कहा है कि सभी सरकारी कार्यालय, बैंक, स्कूल, कॉलेज और पेट्रोल पंप खुले रहेंगे. हालांकि, सुबह से ही सड़कों पर भाजपा कार्यकर्ताओं के उतरने की वजह से परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है. लेकिन, सरकारी बसें चल रहीं हैं. इसमें यात्रियों की संख्या बहुत कम है.
अत्यावश्यक सेवाओं को रखा गया है बंद से मुक्त
बंद समर्थकों ने कहा है कि वे अत्यावश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखेंगे. इसलिए मेडिकल सुविधा, पेयजल और बिजली विभाग को इस बंद से मुक्त रखा गया है. वहीं, भाजपा ने व्यवसासियों से अपील की है कि वे कोलकाता की डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की शिकार हुई बेटी को न्याय दिलाने के लिए बंद के समर्थन में अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद रखें.
बंगाल बंद को सफल बनायें : सुकांत मजूमदार
भाजपा ने पश्चिम बंगाल छात्र समाज के नबान्न अभियान के दौरान पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ बुधवार को राज्य में 12 घंटे के बंद का एलान किया है. भाजपा का आरोप है कि छात्रों के शांतिपूर्ण अभियान पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें कीं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि हमें आम हड़ताल का आह्वान करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, क्योंकि यह निरंकुश शासन लोगों की आवाज को अनसुना कर रहा है, जो मृत डॉक्टर बहन के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं.
न्याय देने की बजाय बर्बर व्यवहार कर रही ममता बनर्जी की पुलिस
उन्होंने कहा कि न्याय करने की बजाय, ममता बनर्जी की पुलिस राज्य के शांतिप्रिय लोगों के साथ बर्बर व्यवहार कर रही है, जो केवल महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ये छात्र आरजी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा को न्याय दिलाने की मांग पर रास्ते पर उतरे थे, लेकिन इन छात्रों को पुलिस की बर्बरता का सामना करना पड़ा. श्री मजूमदार ने कहा कि जूनियर डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग पर हाथ में तिरंगा लेकर गेरुआ रंग का वस्त्र धारण किये एक बुजुर्ग भी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने इस वरिष्ठ नागरिक पर भी हमला किया.
बंगाल सरकार ने बंगाल बंद को ‘अवैध’ करार दिया
उधर, बंगाल सरकार ने के 12 बंगाल बंद को अवैध करार देते हुए लोगों से इसमें भाग नहीं लेने का आग्रह किया है. सरकार ने कहा है कि प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि बंद के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित न हो. बंद को लेकर राज्य सरकार ने कर्मचारियों के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किये हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार आलापन बंद्योपाध्याय ने कहा कि सरकार किसी भी बंद की अनुमति नहीं देगी.
सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकार ने जारी की अधिसूचना
इसके बाद राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर अपने कर्मचारियों से बंगाल बंद में शामिल नहीं होने की अपील की. राज्य सचिवालय में श्री बंद्योपाध्याय ने कहा कि एक विशेष राजनीतिक पार्टी द्वारा बुलाया गया बंद पूरी तरह से अवैध है. राज्य सरकार इसकी अनुमति नहीं देगी. परिवहन सेवाएं यथावत संचालित होंगी और दुकानों, बाजारों तथा अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों से खुले रहने को कहा गया है.
ऑफिस नहीं आने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की चेतावनी
श्री बंद्योपाध्याय ने राज्य सरकार के सभी कर्मचारियों को कार्यालय पहुंचने का आदेश दिया है. ऐसा नहीं करने पर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की भी चेतावनी दी गयी है. गौरतलब है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक प्रशिक्षु चिकित्सक से दुष्कर्म और उसकी हत्या की घटना के विरोध में मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग के साथ मंगलवार को ‘नबान्न’ पहुंचने का प्रयास कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियों, आंसू गैस और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया.
Also Read
Bengal Bandh: भाजपा का बंगाल बंद शुरू, जगह-जगह ट्रेनें रोकी, छात्र आंदोलन के दौरान हुआ था बवाल
Nabanna Abhiyan में कोलकाता पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लगाए गंभीर आरोप, 126 लोगों को किया गिरफ्तार
Kolkata Doctor Murder : आरोपी संजय रॉय की बाइक पुलिस कमिश्नर के नाम पर रजिस्टर्ड
Nabanna Abhiyan : शुभेंदु अधिकारी ने कहा, पुलिसिया दमन तुरंत नहीं रोका गया तो कल होगा ‘बंगाल बंद’