संवाददाता, कोलकातारेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को बताया कि इस वर्ष पश्चिम बंगाल में रेलवे के विकास के लिए 13955 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. उन्होंने दावा किया कि यह राशि पूर्व की यूपीए सरकार की तुलना में तीन गुना ज्यादा है.
दिल्ली में रेल भवन स्थित अपने कार्यालय से वर्चुअल माध्यम से बंगाल के पत्रकारों को संबोधित करते श्री वैष्णव ने कहा कि वर्तमान में पश्चिम बंगाल में 68 हजार करोड़ रुपये की रेल परियोजनाओं पर काम चल रहा है. रेलमंत्री ने बंगाल के संदर्भ में बजट की विस्तृत रिपोर्ट जारी की. उन्होंने बताया का वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान बंगाल में रेलवे के विकास के लिए 13,955 करोड़ा रुपये आवंटित किये गये हैं. श्री वैष्णव ने दावा किया कि 2009 में जब ममता बनर्जी रेलमंत्री थीं, तब से लेकर 2014 तक बंगाल के लिए रेलवे को 4,380 करोड़ रुपये आवंटित किये गये. रेलमंत्री ने कहा कि हमें बंगाल के विकास के लिए राजनीति छोड़कर काम करना चाहिए. उन्होंने इस दौरान बंगाल में उन परियोजनाओं की जानकारी दी, जो भूमि नहीं मिलने के कारण अधर में लटकी हुई हैं. श्री वैष्णव ने बताया कि रेल यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी जोनों को कवच प्रणाली से लैस किया जा रहा है. बंगाल के स्टेशनों से वर्तमान में नौ वंदे भारत और देश की पहली अमृत भारत ट्रेन चल रही है. आने वाले समय में और वंदे भारत व अमृत भारत ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा.मेट्रो परियोजनाओं की जानकारी देते हुए रेलमंत्री ने कहा कि 1972 से 2014 तक कोलकाता मेट्रो रेलवे में काफी धीमी गति से काम हुआ लेकिन अब तेजी से नयी लाइनें बन रही हैं. 1972 से लेकर 2014 तक मात्र 28 किलोमीटर तक ही मेट्रो लाइन का निमार्ण हुआ. लेकिन केंद्र में भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से अबतक 31 किलोमीटर नयी मेट्रो लाइन का निर्माण हुआ है.
ये रहे मौजूद:
पत्रकार वार्ता के दौरान दक्षिण पूर्व रेलवे मुख्यालय से महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा और पूर्व रेलवे मुख्यालय से अपर महाप्रबंधक सुमित सरकार, प्रिंसिपल चीफ वाणिज्यिक प्रबंधक उमेश शंकर झा जुड़े रहे. कार्यक्रम में दक्षिण पूर्व रेलवे के सीपीआरओ ओमप्रकाश चारण, पूर्व रेलवे के पीआरओ दिप्तीम्य दत्त के साथ तमाम अधिकारी उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है