कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार (West Bengal government) ने चौतरफा दबाव के बाद आखिरकार राज्य में उन 72 लोगों की मौत को भी कोरोना मौत (Corona death) के तौर पर स्वीकृति दे दी है, जिन्हें आज तक राज्य स्वास्थ्य विभाग (State health department) को- मॉरबिड मौत के तौर पर दर्शा रहा था.
सोमवार रात राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन में मृतकों की कुल संख्या 405 बतायी गयी है और को- माॅरबिड कॉलम को हटा दिया गया है. राज्य में 72 लोगों की मौत को-मॉरबिड बतायी जा रही थी और इन मौतों को जोड़कर रविवार शाम तक राज्य में मरने वालों की कुल संख्या 396 थी.
Also Read: अनलॉक 1 : बंगाल में 30 जून तक बढ़ा लॉकडाउन, अब धार्मिक स्थलों में जुट सकेंगे अधिक लोग
24 घंटे के दौरान 9 लोगों की मौत हुई है और सोमवार को हेल्थ बुलेटिन में मृतकों की कुल संख्या 405 बतायी गयी है. इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि राज्य में कोरोना संक्रमित (Corona infection) लोगों की कुल संख्या 8,613 हो गयी है. हालांकि, इनमें से 3,465 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. 162 लोग पिछले 24 घंटे के दौरान स्वस्थ हुए हैं. 4,743 एक्टिव मामले हैं, जो विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत हैं.
हेल्थ बुलेटिन में बताया गया है कि राज्य में स्वस्थ होने की दर 40.22 फीसदी है, जबकि कुल सैंपल जांच के केवल 3.07 फीसदी लोग ही कोरोना संक्रमित हुए हैं. यह थोड़ा बढ़ा है क्योंकि अभी तक यह आंकड़ा 3 फीसदी के नीचे रहा था.
हेल्थ बुलेटिन में बताया गया है कि 24 घंटे के दौरान 9,024 लोगों के सैंपल जांचे गये हैं और अब तक कुल 2,80,098 लोगों के सैंपल की जांच हो चुकी है. उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने 72 लोगों की मौत को को- मॉरबिड मौत के तौर पर चिह्नित किया था. यानी ये सारे लोग मरने से पहले कोरोना संक्रमित तो थे, लेकिन उनके शरीर में कई अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं. इसलिए इनकी मौत के बाद सरकार ने इनकी मौत को कोरोना मौत ना मानकर को- मॉरबिड मौत करार दिया था. यानी कोरोना संक्रमित होते हुए भी इनकी मौत की वजह कोई दूसरी गंभीर बीमारी थी.
सरकार के इस निर्णय की वजह से ऐसे 72 मृतकों के परिजन राज्य और केंद्र सरकारों से मिलने वाली आर्थिक मदद से वंचित थे. अब जबकि राज्य स्वास्थ्य विभाग ने नयी रूपरेखा के साथ हेल्थ बुलेटिन पेश की है, जिसमें को- मॉरबिड मौत के कॉलम को हटाया गया है, तो माना जा रहा है कि इन 72 मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद मिल सकती है.
Posted By : Samir ranjan.