बाबा भूतनाथ धाम का वार्षिकोत्सव धूमधाम से संपन्न

विभिन्न राज्यों से आये कलाकारों ने भजन प्रस्तुत किया

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2024 12:15 AM

विभिन्न राज्यों से आये कलाकारों ने भजन प्रस्तुत किया भक्तों ने सारी रात भजनों की अमृत वर्षा का लिया आनंद कोलकाता. श्री श्री बाबा भूतनाथ धाम का वार्षिकोत्सव ब्रह्मलीन महिपाल जी ठाकुर ( गुरुजी) की प्रेरणा से बड़े ही धूमधाम के साथ बुधवार को संपन्न हुआ. भारी संख्या में भक्तों ने इस अवसर पर अपने आराध्य बाबा भूतनाथ के दर्शन किये और भजनों की अमृत वर्षा कार्यक्रम का आनंद उठाया. देश के कोने-कोने से आये प्रसिद्ध भजन गायक कलाकारों- मनोज मिश्रा ( मुंबइ ), रोमी सरदार ( खलीलाबाद), मनोज शर्मा (ग्वालियर) , संजय पारीक ( जयपुर ), रितेश मनोनचा ( हिमालय) व अमित अंजन (बनारस) ने कर्णप्रिय भजनों की धुनों पर भक्तों को झूमने पर मजबूर किया. लगातार चल रहे भजनों के क्रम के बीच भक्तों ने खूब जयकारे भी लगाये. भजनों की पंक्तियों को दोहराते और गाते हुए भक्तों ने आए सभी गायक कलाकारों का साथ भी दिया. भोले दानी की भक्ति रस में डूबे भक्तजनों ने पंडाल में सारी रात बैठकर भजनों के कार्यक्रम का आनंद उठाया. मंदिर के प्रांगण में सजी देव दरबार की नयनाभिराम झांकी ने दर्शन के लिए आए सभी भक्तों को मंत्र मुग्ध कर दिया. वार्षिकोत्सव पर विशेष श्रृंगार के लिए जल चढ़ाने की व्यवस्था सुबह 10 बजे के बाद बंद कर दी गयी, पर इस दौरान परंपरागत रूप से पूजा-अर्चना के सभी कार्यक्रम एक के बाद एक सिलसिलेवार आयोजित होते रहे. वार्षिक उत्सव को लेकर श्रृंगारित बाबा भूतनाथ के विशेष श्री विग्रह के दर्शन कर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे. पुजारी श्री गणेश ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय, मंत्री डॉ शशि पांजा, स्थानीय पार्षद विजय उपाध्याय सहित अन्य विशिष्ट लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. वार्षिक उत्सव को लेकर मंदिर परिसर क्षेत्र में की गयी सुंदर विद्युत सज्जा की भी सबने खूब सराहना की. बाबा की परंपरागत रूप से आरती हुई, तो उन्हें छप्पन भोग भी लगाया गया. सुरक्षा के सारे इंतज़ाम किये गये थे. मंदिर के वॉलंटियर्स भी आयोजन के दौरान बराबर सक्रिय और तत्पर रहे. दूर दराज रहने वाले भक्तों की सुविधा और रुचि को ध्यान में रखते हुए कई सारे चैनलों में आयोजन के सीधे प्रसारण की भी व्यवस्था की गयी थी, ताकि लोग अपने घरों में भी बैठकर कीर्तन का आनंद लें सकें. श्री महेश ठाकुर ने बताया कि यह आयोजन पहले 31 दिसंबर को हुआ करता था. नये साल में होनेवाली भक्तों की भीड़ को देखते हुए गत वर्ष से इस कार्यक्रम को 25 दिसंबर को ही आयोजित किया जाता है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version