अब्दुस सत्तार को मुख्य सलाहकार बनाये जाने पर भाजपा ने की निंदा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुकांत मजूमदार और पार्टी के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि यह मुस्लिमों को तुष्ट करने की सीएम की चाल है.
कोलकाता. तृणमूल सरकार द्वारा वाममोर्चा सरकार के दौरान कैबिनेट मंत्री रहे अब्दुस सत्तार को मुख्य सलाहकार बनाये जाने पर राज्य में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने सवाल उठाते हुए ममता बनर्जी व तृणमूल को घेरा है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुकांत मजूमदार और पार्टी के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि यह मुस्लिमों को तुष्ट करने की सीएम की चाल है.
सुकांत ने एक्स पर लिखा कि 2011 में राज्य की सत्ता में आने के बाद से, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लगातार विभाजनकारी और तुष्टीकरण से प्रेरित नीतियों को प्राथमिकता दी है. वोट बैंक की राजनीति में बंगाल के बहुसंख्यक समुदाय के हितों को कमजोर किया है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने अब अल्पसंख्यक-संबंधी मुद्दों को संभालने के लिए डाॅ सत्तार को मुख्य सलाहकार नियुक्त किया है, जिससे उनकी नीतियों की दिशा के बारे में चिंताएं और बढ़ गयीं.
वाममोर्चा सरकार में मंत्री रहते ओबीसी कोटे के तहत नौकरियों में मुस्लिमों को आरक्षण की वकालत करने के लिए जाने जाने वाले पूर्व मंत्री सत्तार की नियुक्ति उच्चतम स्तर पर अल्पसंख्यक तुष्टिकरण पर नये सिरे से जोर देने का संकेत देती है. राजनीतिक लाभ के लिए ममता किसी भी हद तक जा सकती है.
मुख्यमंत्री के हैं कई मुख्य सलाहकारगौरतलब है कि वर्तमान में ममता के कई मुख्य सलाहकार हैं. 31 मई 2021 को राज्य के मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्ति के बाद अलापन बंद्योपाध्याय जून 2021 से मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार के रूप में सेवा दे रहे हैं. बीते 31 अगस्त को मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त होने वाले हरि कृष्ण द्विवेदी व बीपी गोपालिका को भी ममता ने अपना मुख्य सलाहकार नियुक्त कर दिया है. पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा भी मुख्यमंत्री के प्रधान मुख्य आर्थिक सलाहकार हैं.
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