हल्दिया. कांथी को-ऑपरेटिव बैंक के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की शानदार जीत
हल्दिया. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल के जवानों की मौजूदगी कांथी को-ऑपरेटिव बैंक का चुनाव हुआ. चुनाव में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के गढ़ में भगवा दल ‘धराशायी’ हो गया. चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की शानदार जीत हुई. को-ऑपरेटिव बैंक के कुल 108 सीटों में से तृणमूल उम्मीदवारों ने 101 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि भाजपा केवल चार सीटों पर कब्जा जमा सकी. शेष तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को विजय मिली. रविवार की शाम को चुनाव का नतीजा आते ही तृणमूल नेताओं व कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गयी. वे एक-दूसरे को हरा अबीर लगाते देखे गये. चुनाव के नतीजों पर एक नजर : कांथी को-ऑपरेटिव बैंक के चुनाव के लिए 14 केंद्रों पर मतदान हुए. इनमें 12 मतदान केंद्र पूर्व मेदिनीपुर में, पश्चिम मेदिनीपुर के बेलदा के एक केंद्र व बैंक के बड़ाबाजार शाखा का एक केंद्र शामिल है.
कुल मतदाताओं की संख्या 80,480 रही. बाड़बाड़िशा शाखा की छह सीटों में सभी सीटों पर तृणमूल ने कब्जा जमाया, जबकि नंदकुमार की सभी नौ सीटों, हल्दिया की सभी 11 सीटों, बेलदा की सभी 10 सीटों, हेंड़िया की 14 सीटों, मंगलामाड़ोर की सभी नौ सीटों, एगरा की 11 सीटों, रामनगर की सभी 11 सीटों, कांथी ब्लॉक-4 में सभी आठ सीटों, कांथी ब्लॉक-पांच में से चार सीटों पर तृणमूल उममीदवारों ने विजय हासिल की. इधर, कांथी ब्लॉक-छह में बैंक की सभी तीन सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों ने कब्जा जमाया. कांथी ब्लाॅक-1 में पांच सीटों में तीन सीटों पर तृणमूल उम्मीदवार विजयी रहे, जबकि दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. कांथी ब्लॉक-2 में कुल तीन सीटों में से दो सीटों पर तृणमूल उम्मीदवारों की जीत हुई है, जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार का कब्जा हुआ है.
कांथी ब्लॉक-3 की चार सीटों पर तीन सीटें तृणमूल को मिली हैं, जबकि एक सीट पर भाजपा ने कब्जा जमाया है.
लंबे समय तक कांथी को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन रह चुके हैं शुभेंदु
विधानसभा में मौजूदा नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी लंबे समय तक कांथी को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन रह चुके हैं. तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें चेयरमैन पद से हटा दिया गया था. वर्षों की लंबी अवधि के बाद रविवार को चुनाव हुआ. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केंद्रीय बलों की घेराबंदी में चुनाव हुआ. इसके पहले नंदीग्राम में भी भाजपा अपना परचम नहीं लहरा सकी. कांथी-6 निर्वाचन क्षेत्र को छोड़कर लगभग हर जगह भाजपा हार गयी है.
अर्द्धसैनिक बल की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस व भाजपा समर्थक भिड़े
रविवार सुबह नौ बजे मतदान शुरू हुआ. इसके थोड़ी देर बाद ही रामनगर, कोलाघाट समेत कई इलाकों से गड़बड़ी की खबरें सामने आने लगी. अर्द्धसैनिक बल के जवानों की मौजूदगी में ही रामनगर में मतदाता पर्चियां जबरन छीने जाने को लेकर तृणमूल और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गयी. काफी मशक्कत के बाद हालात नियंत्रित किया गया. उक्त घटना को लेकर भाजपा समर्थकों ने तृणमूल के खिलाफ प्रदर्शन व पथावरोध भी किया. बाद में पुलिस के हस्तक्षेप करने पर हालात सामान्य हुआ. कोलाघाट में कोला यूनियन हाइस्कूल में भी भाजपा समर्थकों ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर मतदाता पर्चियां चुराने का आरोप लगाया, जिसको लेकर वहां जमकर हंगामा हुआ. सूत्रों के अनुसार, भाजपा इस चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है. इस चुनाव में तृणमूल के प्रभारी रहने वाले सत्तारूढ़ दल के विधायकअखिल गिरि ने कहा कि “लंबे समय के बाद उक्त को-ऑपरेटिव बैंक का चुनाव हुआ. प्रशासन के सहयोग से पूरे जिले में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न हुआ. विपक्ष भले ही अशांति की शिकायत करे, लेकिन रविवार का मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा. तृणमूल की इस जीत के बाद साफ हो गया है कि जनता भाजपा के साथ नहीं है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार जिस तरह से विकास कार्य कर रही है, उसके लिए लोगों ने तृणमूल के समर्थन में वोट दिया है.”
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