जजों पर हमला करवाने की साजिश

दक्षिण 24 परगना जिले के जज शुभ्रदीप मित्रा द्वारा कलकत्ता हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को लिखे गये एक पत्र ने राज्य में हड़कंप मचा दिया है. इस पत्र में जज मित्रा ने बंगाल पुलिस पर जजों पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है. यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इस मुद्दे को लेकर भाजपा के पश्चिम बंगाल सह प्रभारी अमित मालवीय ने सुप्रीम कोर्ट और बार काउंसिल ऑफ इंडिया से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 11, 2024 11:21 PM

कोलकाता.

दक्षिण 24 परगना जिले के जज शुभ्रदीप मित्रा द्वारा कलकत्ता हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को लिखे गये एक पत्र ने राज्य में हड़कंप मचा दिया है. इस पत्र में जज मित्रा ने बंगाल पुलिस पर जजों पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है. यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इस मुद्दे को लेकर भाजपा के पश्चिम बंगाल सह प्रभारी अमित मालवीय ने सुप्रीम कोर्ट और बार काउंसिल ऑफ इंडिया से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है. जज शुभ्रदीप मित्रा ने अपने पत्र में दावा किया कि पॉक्सो एक्ट के तहत आये कुछ फैसलों से तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं को निराशा हुई, जिसके बाद पुलिस ने जजों पर हमला करवाने की साजिश रची. पत्र में लिखा गया है कि पुलिस द्वारा विपक्षी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने में असफल रहने पर स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने अपराधियों से जजों के घरों की बिजली काट कर उन पर हमला करने की योजना बनायी.

अमित मालवीय ने कहा कि यह घटना बेहद गंभीर है और यह न्यायपालिका की सुरक्षा और सम्मान पर बड़ा सवाल खड़ा करती है. उन्होंने कहा कि राज्य में पुलिस अब पॉक्सो एक्ट का दुरुपयोग कर रही है और पहले वह विपक्षी नेताओं को गंभीर आरोप लगाकर जेल भेजती थी, लेकिन अब जजों को निशाना बनाया जा रहा है.

सुकांत ने केंद्रीय कानून मंत्री को लिखा पत्र

राज्य के डायमंड हार्बर में जज के घर पर हमले की साजिश को लेकर केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री डॉ सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय विधि व न्याय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल को पत्र लिख कर अपनी चिंता जतायी है. श्री मजूमदार ने अपने पत्र में बताया है कि डायमंड हार्बर में एक जज के आवास पर रात के समय हमला करने की साजिश रची गयी. हमलावरों ने जज के आवास की बिजली काटने का प्रयास किया. डायमंड हार्बर के पुलिस अधिकारी कुमारेश विश्वास पर आरोप है कि उन्होंने सुरक्षा कर्मियों पर हमलावरों को प्रवेश देने के लिए दबाव बनाया. मजूमदार ने पत्र में ममता सरकार पर भी सवाल उठाया और कहा कि इस तरह की घटनाएं राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाती हैं. उन्होंने केंद्रीय विधि मंत्री से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है. जज ने इस घटना की जानकारी कलकत्ता हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार को दी है. उन्होंने आशंका जतायी है कि यह हमला पॉक्सो एक्ट के मामलों में उनके दिये गये फैसलों से जुड़ा हो सकता है.

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