हुगली में जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव करने के दौरान हुई थी घटना
हुगली. गत दो सितंबर को भाजपा ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करने के लिए अभियान चलाया था. हुगली और श्रीरामपुर संगठनों के भाजपा नेता और कार्यकर्ता जुलूस के साथ घड़ी मोड़ पहुंचे, जहां उन्हें पुलिस की बाधा का सामना करना पड़ा. बैरिकेड लगा कर रोक दिये जाने के बाद, भाजपा कार्यकर्ता पुलिस को घेरकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान, भाजपा श्रीरामपुर सांगठनिक जिला की उपाध्यक्ष पंपा अधिकारी को हाथ में जूता उठाकर पुलिस को दिखाते हुए देखा गया था. इसके बाद, उन्हाेंने जूता पुलिस की ओर फेंक दिया. ऐसा आरोप है. आरोपी की तरफ से इस मामले की पैरवी एडवोकेट मृण्मय मजूमदार ने की. मृण्मय ने बताया कि पंपा पर पांच धारा के तहत मामले दर्ज किये गये थे. उन्हें सीजीएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया.
रिसड़ा के तीन नंबर जल टैंक क्षेत्र में रहनेवालीं पंपा अधिकारी के पति, बलाई अधिकारी ने बताया कि बुधवार की सुबह पुलिस के तीन वाहनों में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी आये और पंपा को उनके घर से हिरासत में ले लिया. बाद में उन्हें पता चला कि चुंचुड़ा महिला थाने की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है.
वहीं, भाजपा नेता की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही भाजपाई चुंचुड़ा महिला थाने पहुंच गये. हुगली सांगठनिक जिला भाजपा अध्यक्ष तुषार मजूमदार ने कहा : उस दिन बहुत से लोग प्रदर्शन में थे. फिर सिर्फ पंपा को ही क्यों गिरफ्तार किया गया? हम इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.
भाजपा नेताओं का दावा है कि प्रदर्शन शांतिपूर्वक चल रहा था और पंपा अधिकारी को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, पुलिस के काम में बाधा डालने, अवैध रूप से इकट्ठा होने और अशांति पैदा करने के उद्देश्य से भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है