कोलकाता : प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष, प्रदेश महासचिव सायंतन बसु सहित अन्य सांसदों को अम्फान चक्रवाती तूफान के मद्देनजर तबाही के दौरान राहत सामग्री बांटने जाने से रोके जाने का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को भाजपा की हुगली की सांसद लॉकेट चटर्जी चक्रवात प्रभावित जिला दक्षिण 24 परगना के कैनिंग में तालडी में राहत सामग्री वितरण करने जा रही थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें दक्षिण 24 परगना की सीमा में प्रवेश करने के पहले ही रोक दिया.
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इसके विरोध में सुश्री चटर्जी व उनके समर्थकों ने धरना दिया और पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया. सुश्री चटर्जी ने कहा कि चक्रवात पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री नहीं मिल रही है. उनकी दशा बहुत ही बेहाल है. सत्तारूढ़ दल तृणमूल व सरकार पक्षपातपूर्ण ढंग से राहत सामग्री वितरित कर रही है. बड़ी संख्या में लोग परेशान और हैरान हैं. वे लोग राहत सामग्री लेकर उनके बीच जाना चाहती हैं, लेकिन पुलिस रोक रही है.
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार भाजपा नेताओं के साथ प्रतिशोधात्मक रवैया अपना रही है. तृणमूल नेताओं व मंत्रियों को नहीं रोका जा रहा है, जबकि भाजपा नेताओं को चक्रवात प्रभावित इलाके में जाने व राहत सामग्री वितरित करने से रोका जा रहा है.
पुलिस भी तृणमूल कांग्रेस के कैडर वाहिनी की तरह व्यवहार कर रही है. राज्य की मुख्यमंत्री कोरोना में भी राजनीति कर रही हैं और अब राहत सामग्री वितरण में भी राजनीति शुरू कर दी हैं. पुलिस द्वारा अनुमति नहीं दिये जाने के बाद सुश्री चटर्जी ने विरोध में धरना दिया.
दूसरी ओर, पुलिस का कहना है कि कोरोना को लेकर राज्य सरकार के निर्देश के मद्देनजर ही सांसद को इलाके में जाने से रोका गया है, क्योंकि इससे सोशल डिस्टैंसिंग का उल्लंघन होता है तथा इलाके में भीड़भाड़ बढ़ जाती है.
Posted By : Amlesh Nandan Sinha.