Bjp Virtual Rally in Bengal, Bengal news : कोलकाता : बंगाल में भाजपा की जनसंवाद वर्चुअल रैली में केंद्रीय पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस और इस्पात मामलों के मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ममता सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के अत्याचार का जवाब राज्य की जनता 2021 के विधानसभा चुनाव में देते हुए ममता जी को कोरेंटिन में भेज देगी. श्री प्रधान भाजपा की उत्तर बंगाल की जनसंवाद वर्चुअल रैली (Virtual rally) को संबोधित करते हुए शुक्रवार (26 जून, 2020) को ये बातें कहीं.
केंद्रीय मंत्री दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय से वक्तव्य दे रहे थे. उनके साथ मंच पर राज्यसभा सांसद डॉ स्वप्न दासगुप्ता और दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट उपस्थित थे. वहीं, कोलकाता में प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रदेश भाजपा की महासचिव व सांसद लॉकेट चटर्जी, भाजपा उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे, भाजपा के इस वर्चुअल रैली में उत्तर बंगाल के भाजपा के कार्यकर्ता भी उपस्थित थे.
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वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बंगाल (West Bengal) अध्यात्मिक या सांस्कृतिक नेतृत्व हो, आजादी की लड़ाई हो या आजादी के बाद औद्योगिक विकास हो, देश का नाम ऊंचा किया था, लेकिन आज बंगाल का हाल क्या है? बंगाल की स्थिति क्या है ? सभी को पता है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली से मोदी (PM Modi) बंगाल में पैसा भेज रहे हैं और सिंडिकेट के माध्यम से तृणमूल पैसा लूट रहे हैं, लेकिन यह ज्यादा दिन नहीं चलेगा. आज जनता पर अत्याचार कर रहे हैं. इसका जवाब 2021 के विधानसभा चुनाव में जनता देगी. बंगाल की जनता जान जोखिम में डालकर परिवर्तन के लिए काम कर रहे हैं. तृणमूल सरकार में भाजपा सांसदों को कोरेंटिन में डाला जा रहा है.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में जितना भरोसा मोदी जी पर किया था. उससे ज्यादा भरोसा वर्ष 2019 के चुनाव में किया है. उसमें सबसे ज्यादा भरोसा किसी प्रांत ने किया था, तो वह बंगाल था. बंगाल से 18 सांसद निर्वाचित हुए. सभी जानते हैं कि बंगाल में किस दहशत में चुनाव हुए थे. अमित शाह की रैली का स्वागत बम धमाका से किया गया था. क्या बंगाल के महापुरुषों ने इसी तरह के गणतंत्र के लिए लड़ाई की थी?
उन्होंने कहा कि बंगाल को देश की औद्योगिक राजधानी कहा जाता था, लेकिन आज प्रवासी श्रमिकों की स्थिति से समझ में आ जाती है कि राज्य के हालात कैसे हैं? प्रवासी श्रमिक घर लौटना चाहते थे, लेकिन उसके साथ यदि किसी राज्य ने सबसे ज्यादा अमानवीय व्यवहार किया था, तो वह पश्चिम बंगाल ही था. इसके लिए प्रवासी श्रमिक आपको माफ नहीं करेंगे.
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उन्होंने कहा कि बंगाल में 2014 में 41 फीसदी घरों में एलपीजी कनेक्शन थे. 6 साल बाद इनकी संख्या बढ़कर 97 फीसदी हो गयी. अम्फन तूफान में प्रधानमंत्री ने 24 घंटे में बंगाल को 1000 करोड़ रुपये दिये थे. क्या कभी दिल्ली की सरकार ने इतनी जल्दी बंगाल को मदद दी थी?
उन्होंने कहा कि आप नुकसान का हिसाब करो. केंद्र सरकार पूरा मदद देगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पूर्वी भारत के बारे में जितनी चिंता की है. किसी ने नहीं किया है. कोयला के क्षेत्र में सुधार के कदम उठाये गये हैं. अब नीलामी के आधार पर कोयले की खाने मिलेगी और यह राशि उस राज्य को ही मिलेगी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिनके पूर्वजों ने कभी अक्साई चीन को छोड़ दिया था कि वहां घास भी नहीं उगता. वह अब मोदी जी पर सवाल उठा रहे हैं. आज कोई भारत के खिलाफ आंख नहीं उठा सकता है. उत्तर बंगाल पर जितना ध्यान देना चाहिए था. उतना ध्यान नहीं दिया गया. इसका जवाब लोकसभा चुनाव में जनता ने दिया है.
Posted By : Samir ranjan.